-यूपी के दौर में मंजूर, 8 वर्ष पहले बनकर हो गया था तैयार

-हरिद्वार बाईपास पर तैयार ऑडिटोरियम का सीएम कर चुके हैं विजिट

-संचालन के लिए बन गई कमेटी, ऑडिटोरियम का नामकरण भी होगा

देहरादून, उत्तराखंड के लोक कलाकार, फिल्मकार और निर्माता-निर्देशक अपनी फिल्मों व लोककला के प्रदर्शन को लंबे वक्त से राजधानी देहरादून में एक अदद ऑडिटोरियम की आस लगाए बैठे हैं। यूपी के दौरान स्वीकृत और 8 वर्ष पहले हरिद्वार बायपास पर आकाशवाणी केंद्र के करीब बनकर तैयार ऑडिटोरियम पर अब उम्मीद जगी है। बताया जा रहा है कि फरवरी माह के फ‌र्स्ट वीक तक इस मोस्ट अवेटेड ऑडिटोरियम का आरंभ किया जा सकता है। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। हालांकि अब तक ऑडिटोरियम का नामकरण नहीं हो पाया है। दूसरी तरफ ऑडिटोरियम कें संचालन को भी कमेटी का गठन किया जा चुका है। डीएम कमेटी के अध्यक्ष होंगे।

यूपी के दौरा में मंजूरी

राज्य गठन से पहले यूपी के दौरान यूपी सरकार में संस्कृति प्रेमियों के लिए देहरारादून में एक ऑडिटोरियम की मंजूरी मिली थी। उत्तराखंड बना तो करीब वर्ष 2005 में हरिद्वार बाय पास के आकाशवाणी के करीब ऑडिटोरियम के निर्माण की शुरुआत हुई। इस ऑडिटोरियम के निर्माण में 5 वर्ष लगे और ऑडिटोरियम बनकर वर्ष 2012 में बनकर तैयार हुआ। लेकिन तब से लेकर अब तक 8 वर्षो से इस ऑडिटोरियम के संचालन के लिए इंतजार की इंतहा हो गई। तमाम कमियां सामने आई। कभी बिजली का कनेक्शन नहीं तो कभी पानी की कमी। बमुश्किल गत वर्ष यहां पर उत्तराखंड संस्कृति साहित्य कला परिषद के कार्यालय की शुरुआत हुई। यहां दायित्वधारी घनानंद गगोडिया के ऑफिस के लिए आवंटन हुआ। इस बीच घनानंद ने भी संस्कृति ऑडिटोरियम के लिए कई बार संस्कृति विभाग से लेकर सीएम तक पत्राचार किया। इसी के साथ संबंधित डिपार्टमेंट भी एक्शन मूड में आया। कसरत शुरु हुई और अब ओपनिंग की तैयारियों को फाइनल टच दिया जा चुका है। बनकर तैयार ऑडिटोरियम में बिग स्क्रीन, महंगी लाइटों के अलावा लाखों का जनरेटर जैसी सामग्री मौजूद है। वहीं, फायर सेफ्टी के लिए लगाए गए महंगी पानी की पाइप की लाइनें बिछाई गई हैं।

एनएसडी का फेस्टिवल

270 सीटों वाले ऑडिटोरियम के अब तक दरवाजे तक नहीं खुल पाए हैं। निर्माण एजेंसी पेयजल निगम की ओर से तैयार ऑडिटोरियम को संस्कृति विभाग कुछ खामियों को देखते हुए हैंडओवर करने मनाही कर दी थी। लेकिन अब इस पर सहमति बन चुकी है। ऑडिटोरियम को पहाड़ी लुक दिया जा चुका है। जिसके लिए अतिरिक्त धनराशि भी खर्च करनी पड़ी। फिलहाल संस्कृति विभाग के अधिकारियों के अनुसार अब फरवरी फ‌र्स्ट वीक तक इसका इनॉग्रेशन करने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा दिल्ली की ओर से नाट्य फेस्टिवल का प्रस्ताव संस्कृति विभाग के पास पहुंचा है। जिस पर विभाग ने अपनी मंजूरी दे दी है। इसी दौरान सीएम से इसका इनॉग्रेशन भी करने की तैयारी है। इस बारे में संस्कृति विभाग की डायरेक्टर बीना भट्ट ने बताया कि इनॉग्रेशन को लेकर तैयारियां चल रही हैं। इधर, उत्तराखंड संस्कृति, साहित्य कला परिषद के उपाध्यक्ष घनानंद गगोडिया ने बताया कि ऑडिटोरियम की डिमांड लंबे समय से चल रही है। सीएम को भी अवगत करा दिया गया है। इनॉग्रेशन हो रहा है तो संस्कृति कर्मियों के लिए ये खुशी की बात है।

संचालन के लिए कमेटी

संस्कृति विभाग के अनुसार ऑडिटोरियम के संचालन के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। जिसके अध्यक्ष डीएम, सहायक निदेशक संस्कृति मेंबर सेक्रेटरी के अलावा प्रिंसिपल भातखंडे, संयोजक रंग मंडल संस्कृति, जिला पर्यटन अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी के अलावा कला संस्कृति के क्षेत्र में दो नामित सदस्य होंगे। नामित सदस्यों के नाम अब तक तय नहीं हुए हैं।