पवन नौटियाल

- 5 दिनों में प्रदेश भर में 250 से ज्यादा लोग जुड़े उत्तराखंड ट्रैफिक आइज एप से

- 29 फरवरी को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की थी उत्तराखंड ट्रैफिक आइज एप लॉन्च,

- पब्लिक फोटो भेज कर रही ट्रैफिक रूल्स का वॉयलेशन करने वालों की कंप्लेन

देहरादून,

बीते 5 दिनों में ही उत्तराखंड ट्रैफिक पुलिस को 250 से ज्यादा नई आंखें मिल चुकी हैं। ट्रैफिक रूल्स का वॉयलेशन करने वालों पर नजर रखने और पब्लिक के सहयोग से ऐसे लोगों पर एक्शन लेने के मकसद से ट्रैफिक डायरेक्ट्रेट की ओर से उत्तराखंड ट्रैफिक आइज एप डिजाइन किया गया है। उत्तराखंड पुलिस के इस एप को 250 से ज्यादा लोग इंस्टॉल कर चुके हैं। इनमें से कई लोग इस एप के जरिए कंप्लेन भी कर चुके हैं।

फोर्स की कमी तो पब्लिक का सहारा

29 फरवरी को उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड ट्रैफिक आइज एप लांच की थी। इस दौरान पुलिस डिपार्टमेंट द्वारा सीएम को बताया गया कि स्टेट में 594 ट्रैफिक पुलिस फोर्स है। जबकि मानकों के हिसाब से 2900 ट्रैफिक पुलिसकर्मी होने चाहिए। ऐसे में ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने के लिए पब्लिक को एप से जोड़कर सहयोग मांगा गया है। 5 दिन के भीतर उत्तराखंड ट्रैफिक आइज एप को 250 से ज्यादा लोगों ने इंस्टॉल किया है। ऐसे में उत्तराखंड ट्रैफिक पुलिस की 594 के अलावा 250 और आंखें हो गई है, जो ट्रैफिक रूल्स का वॉयलेशन रोकने में हेल्प करेंगी। पब्लिक का इस एप को लेकर रिस्पॉन्स भी पॉजिटिव है। ट्रैफिक रूल वॉयलेशन की फोटोज पब्लिक द्वार शेयर किए जा रहे हैं, जिनपर पुलिस एक्शन ले रही है।

प्ले स्टोर से करें डाउनलोड

ट्रैफिक आइज एप को कोई भी अपने मोबाइल फोन पर प्ले स्टोर के जरिए इंस्टॉल कर सकता है। इसके लिए आपको अपना मोबाइल नंबर सबमिट करना होगा। एप इंस्टॉल हो जाएगी। इसके बाद अगर आप किसी को भी ट्रैफिक रूल का वॉयलेशन करते देखें, तो एप में दिए गए सात तरह के वॉयलेशन में से एक ऑप्शन सिलेक्ट करें, फोटो सिलेक्ट करें और फिर अपलोड कर डिस्ट्रिक्ट की डिटेल दर्ज कर कंप्लेन सबमिट कर दें। इसे पुलिस अफसर क्रॉस चेक करेंगे और फिर व्हीकल की डिटेल जुटाकर एक्शन लिया जाएगा।

इन ऑफेंस की एप से कंप्लेन

- विदाउट सीट बेल्ट ड्राइविंग

- फुटपाथ वॉयलेशन

- मोबाइल यूज व्हाइल ड्राइविंग

- विदआउट हेलमेट बाइकिंग

- नो पार्किग

- ट्रिपल राइडिंग

- अदर

उत्तराखंड ट्रैफिक आइज एप को लेकर पब्लिक को अवेयर किया जा रहा है। जिससे लोग इस एप से अधिक से अधिक जुडें़। 5 दिनों में 250 से ज्यादा लोग एप से जुड़ चुके हैं। हर डिस्ट्रिक्ट में एक-एक पुलिसकर्मी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो कंप्लेन्स पर कार्रवाई करेंगे।

मनमोहन सिंह रावत, सब इंस्पेक्टर, ट्रैफिक डायरेक्ट्रेट