-एमओआरटीएच ने किया गांधी सेतु के समानांतर नए चार लेन पुल का टेंडर

-14.5 किमी का होगा एप्रोच रोड, मिलेगी नई लाइफ लाइन, एजेंसी दस वर्षो तक करेगी रख रखाव

PATNA: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) ने गुरुवार को गांधी सेतु के समानांतर प्रस्तावित फोर लेन पुल की निविदा कर दी। तीन अक्टूबर तक निविदा से जुड़े दस्तावेज मंत्रालय के पास जमा होंगे। अगले वर्ष फरवरी से इस प्रोजेक्ट पर काम आरंभ हो सकता है। पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि पीएम पैकेज के तहत शामिल इस प्रोजेक्ट को लेकर लोग काफी उत्साहित थे। उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ने को ले यह एक नए लाइफ लाइन के रूप में स्थापित होगा। पुल सेक्टर में बिहार के लिए हाल के दिनों में केंद्र सरकार का यह सबसे बड़ा निवेश होगा।

2411.50 करोड़ रुपए होंगे खर्च

गंगा नदी पर बनने वाले इस पुल पर 2411.50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस प्रोजेक्ट पर संपूर्ण राशि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय खर्च होगी। पिछले वर्ष पब्लिक इंवेस्टमेंट बोर्ड (पीआइबी) ने इसे अपनी मंजूरी प्रदान कर पीआईबी नोट जारी किया था।

42 महीने में निर्माण कार्य होगा पूरा

इस फोर लेन पुल का निर्माण कार्य कार्यारंभ के 42 महीने के भीतर पूरा होगा। पुल की लंबाई 5.634 किमी है। इसके अतिरिक्त दोनों छोर मिलाकर 14 किमी की एप्रोच रोड है। एप्रोच रोड के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

दस वर्ष तक रख रखाव का जिम्मा

एमओआरटीएच ने निविदा दस्तावेज में ही इस बात का प्रावधान कर दिया है कि जिस कंपनी को पुल के निर्माण का जिम्मा मिलेगा वह निर्माण के अगले दस वर्षो तक पुल का रख रखाव भी करेगी। निर्माण कार्य इंजीनिय¨रग, प्रोक्यूरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) सिस्टम के तहत होगा।

2015 से चल रहा था विभागीय कार्य

गांधी सेतु की जर्जर स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने 2015 में ही यह तय किया था कि इसके समानांतर एक फोर लेन पुल का निर्माण कराया जाएगा। बाद के दिनों में इस प्रोजेक्ट को पीएम पैकेज का हिस्सा बना दिया गया।

38 मीटर दूर होगी गांधी सेतु से

गांधी सेतु के समानांतर बनने वाला नया फोर लेन पुल अड़तीस मीटर की दूरी रखेगा पुराने पुल से। इसके एप्रोच रोड में एक आरओबी, दो व्हेकूलर अंडर पास, तथा 1565 मीटर लंबा एलिवेटेड सड़क भी शामिल है। पुल 22 स्पैन की संरचना एक्स्ट्रा डोज केबल की रहेगी। हाजीपुर साइड से एक फ्लाईओवर भी इस निर्माण का हिस्सा होगा।