- न्यू एमवी (अमेंडमेंट) एक्ट के लागू होने के बाद परिवहन विभाग ने दून में 1200 चालान कर 35 लाख का जुर्माना वसूला

- ट्रैफिक पुलिस ने सितंबर माह में किए 2664 चालान, 42 हजार 800 का राजस्व वसूला

देहरादून,

न्यू एमवी (अमेंडमेंट) एक्ट लागू होने के बाद पुलिस का चालान से मोह भंग हो गया है, वहीं परिवहन विभाग ने एन्फोर्समेंट बढ़ा दिया है। आंकड़े खुद इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। जहां पहले तक पुलिस द्वारा हर माह 7 हजार से ज्यादा चालान किए जाते थे, वहीं यह आंकड़ा अब गिरकर ढाई हजार के आसपास है। जबकि परिवहन विभाग द्वारा चालानी कार्रवाई तेज की गई है। सिंतबर माह में परिवहन विभाग द्वारा 1200 चालान किए गए और 35 लाख का जुर्माना वसूला गया। इस आंकड़े से पुलिस की चालानी कार्रवाई का कंपेरिजन किया जाए तो ट्रैफिक पुलिस ने 2664 चालान किए हैं, लेकिन सिर्फ 42,800 रुपए जुर्माना वसूला गया।

1 सितंबर से देश में, 25 से दून में एक्ट प्रभावी

एक सितंबर से पूरे देश में न्यू एमवी (अमेंडमेंट) एक्ट लागू हुआ, जिसमें ट्रैफिक रूल का वॉयलेशन करने वालों से वसूली जाने वाली चालान कंपाउंडिंग राशि में 5 से 100 गुना तक इजाफा किया गया है। न्यू एमवी (अमेंडमेंट) एक्ट के इंप्लीमेंटेशन के साथ ही परिवहन विभाग की जिम्मेदारियां बढ़ा दी गईं तो कई मदों में पुलिस के राइट्स घटा दिए गए। कंपाउंडिंग के मामलों में पुलिस को अब बेहद सीमित राइट्स हैं। उत्तराखंड में 25 सितंबर से एक्ट को कैबिनेट में डिस्कशन के बाद रिवाइज करके लागू किया गया। अब दून में भी न्यू एमवी एक्ट के मुताबिक चालान किए जा रहे हैं।

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एक से 30 सितंबर तक चालान, कंपाउंडिंग

पुलिस

चालान- 2664

कंपाउंडिंग- 42,800

परिवहन विभाग

चालान- 1200

कंपाउंडिंग- 35 लाख

चालान ज्यादा लेकिन एवरेज गिरा

आंकड़ों के मुताबिक एक माह में पुलिस ने परिवहन विभाग से ज्यादा चालान किए हैं, लेकिन न्यू एमवी एक्ट लागू होने से पहले के एवरेज के मुताबिक चालानी कार्रवाई में काफी गिरावट आई है। दूसरी अहम बात पुलिस की कंपाउंडिंग पावर अब काफी हद तक खत्म कर दी गई है। कुछ मदों में ही पुलिस कंपाउंडिंग कर सकती है, ऐसे में कंपाउंडिंग के मामलों में दोनों विभागों में अंतर जमीन-आसमान जैसा है।

पुलिस के राइट्स अब लिमिटेड

संशोधित एमवी एक्ट लागू होने से पहले पुलिस मंथली 7 से लेकर 12 हजार तक चालान करती थी। जिससे पुलिस 8 लाख रुपए से ज्यादा का रेवेन्यू कलेक्ट करती थी। लेकिन, अब कई मामलों में कंपाउंडिंग के राइट्स पुलिस से छीन लिये गए हैं, ऐसे में चालानी कार्रवाई से भी पुलिस का मोह भंग हो गया है। विदाउट हेलमेट या सीट बेल्ट, टू व्हीलर पर ट्रिपलिंग, रॉन्ग साइड ड्राइविंग जैसे मामलों में पुलिस सबसे ज्यादा कंपाउंडिंग करती थी, लेकिन अब इन ऑफेंस में चालान से पुलिस डर रही है। इनमें डीएल सस्पेंशन का प्रावधान जोड़ा गया है, ऐसे मामलों में कंपाउंडिंग का राइट अब केवल परिवहन विभाग को है।

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पहले अवेयरनेस, फिर एक्शन कैंपेन

परिवहन विभाग द्वारा फिलहाल लोगों को न्यू एमवी (अमेंडमेंट) एक्ट को लेकर कार्रवाई के साथ-साथ लोगों को अवेयर किया जा रहा है। फिलहाल बिदाउट हेलमेट, ट्रिपलिंग और ड्रंक एंड ड्राइव केसेज में ही कंपाउंडिंग की जा रही है, दूसरी मदों को लेकर लोगों को अवेयर किया जा रहा है। पॉल्यूशन, इंश्योरेंस सहित अन्य मदों के लिए 30 अक्टूबर तक की रियायत दी गई है। एआरटीओ अरविंद पांडेय (एन्फोर्समेंट) के मुताबिक नवंबर से ट्रैफिक रूल का वॉयलेशन करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

वेडनसडे को 50 चालान, 10 व्हीकल सीज

वेडनसडे को भी परिवहन विभाग की टीमों द्वारा एआरटीओ की मौजूदगी में 50 वाहनों के चालान किए गए, जबकि 10 वाहन सीज किए गए। एआरटीओ अरविंद पांडेय ने बताया कि पहले चालान का मंथली एवरेज 1 हजार से कम होता था, न्यू एमवी एक्ट लागू होने के बाद पहले माह में ये औसत 1200 से ज्यादा रहा। अभी कई मामलों में रियायत भी दी गई है, इसके बाद ये औसत काफी ज्यादा हो सकता है।

पुलिस का मोह भंग या पब्लिक अवेयर

पुलिस की कंपाउंडिंग पावर कम होने के बाद चालान करने में पुलिस का ही मोह भंग हो गया है या फिर कई गुना तक जुर्माना बढ़ जाने के कारण पब्लिक खुद अवेयर हो गई है। वजह जो भी हो, लेकिन फिलहाल पुलिस चालानी कार्रवाई से बच रही है।

बीते 6 माह में पुलिस की कार्रवाई

माह चालान कंपाउंडिंग

सितंबर- 2,664 42,800

अगस्त- 1,805 70,300

जुलाई- 7,153 4, 46,500

जून- 9, 638 5, 84,000

मई- 16,364 8, 92,250

अप्रैल- 12, 829 8,84,450

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संशोधित एमवी एक्ट के इंप्लीमेंटेशन के बाद परिवहन विभाग द्वारा एन्फोर्समेंट बढ़ाया गया है। अभी लोगों को अवेयर किया जा रहा है, कुछ मदों में राहत दी गई है। ट्रैफिक रूल का वॉयलेशन करने वालों के खिलाफ इसके बाद स्पेशल कैंपेन चलाई जाएगी।

अरविंद पांडेय, एआरटीओ