-परिवहन निगम प्रयागराज रीजन ने ड्राइवरों की मनमानी और डीजल की हेराफेरी पर अंकुश लगाने को उठाया सख्त कदम
prayagraj@inext.co.in
PRAYAGRAJ: रोडवेज की बसों में ड्राइवरों द्वारा मनमानी से डीजल भरे जाने की शिकायतों पर गंभीर रुख अख्तियार कर लिया गया है. परिवहन निगम के प्रयागराज रीजन ने मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए बसों में डीजल ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर की कवायद शुरू कर दी है. यहां रीजन के सभी आठ डिपो की बसों में सॉफ्टवेयर लगाने की योजना बनाई गई है. वहीं सॉफ्टवेयर लगने के बाद बसों में भरे जाने वाले डीजल की मात्रा, ड्राइवर का नाम और बस नंबर ऑटोमैटिक तरीके से कम्प्यूटर में दर्ज हो जाएगा.
इस डिपो में इतनी बसें
-सिविल लाइंस डिपो : 109
-मिर्जापुर डिपो : 75
-प्रतापगढ़ डिपो : 83
-जीरो रोड डिपो : 81
-प्रयाग डिपो : 110
-लीडर रोड डिपो : 95
-लालगंज डिपो : 36
-बादशाहपुर डिपो : 21
बनाया गया कम्प्यूटर कक्ष
परिवहन निगम ने प्रयागराज रीजन के सभी डिपो में कम्प्यूटर कक्ष स्थापित किया है. सिविल लाइंस डिपो में सिविल लाइंस, प्रयाग व लीडर रोड डिपो की बसों के लिए डीजल भरने के लिए टंकी लगाई गई है. जहां पहले से ही कम्प्यूटर कक्ष का संचालन हो रहा है. जबकि अन्य डिपो में कम्प्यूटर कक्ष तैयार किया जा रहा है. सिविल लाइंस डिपो के एआरएम दीपक चौधरी की मानें तो एक महीने के भीतर सभी डिपो की बसों में चिप लगाने की योजना बनाई गई है.
ऐसे काम करेगा सॉफ्टवेयर
-प्रयागराज रीजन के प्रत्येक डिपो में कम्प्यूटराइज डीजल कक्ष बनाया गया है.
-इसमें डीजल ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर लगाया जा रहा है. जबकि बसों की टंकी व नोजल में एक चिप लगी होगी.
-जब नोजल टंकी में जाएगा तो वह दोनों जुड़ जाएंगे. इससे डीजल की सही मात्रा का पता चल जाएगा.
-इसके साथ ही कम्प्यूटर में ड्राइवर का नाम व बस नंबर भी आ जाएगा.
वर्जन
रोडवेज की बसों में ऑनलाइन मानिटरिंग की व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है. डीजल की हेराफेरी की शिकायतों का समाधान करने के लिए बसों में सॉफ्टवेयर लगाया जा रहा है. इससे किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं की जा सकती है.
टीकेएस बिसेन, रीजनल मैनेजर प्रयागराज परिक्षेत्र