RANCHI: सिटी में स्वामी विवेकानंद से लेकर धरती आबा बिरसा मुंडा तक की धरोहर तैयार हो चुकी हैं। एक ओर जहां रांची लेक में स्थापित विवेकानंद स्मृति पार्क लोगों का वेलकम करने को तैयार है तो दूसरी ओर जेल चौक स्थित बिरसा मुंडा पार्क भी भगवान बिरसा मुंडा की यादों व झारखंड की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए तैयार है। 27 सितंबर को वर्ल्ड टूरिज्म डे के मौके पर सिटी के कुछ ऐसे ही न्यू टूरिस्ट स्पॉट के बारे में पेश है स्पेशल रिपोर्ट, जो जल्द ही टूरिस्ट्स के लिए अवेलेबल होने वाले हैं।
विवेकानंद स्मृति पार्क
रांची के बीचोबीच स्थित रांची लेक(बड़ा तालाब) में स्थापित स्वामी विवेकानंद पार्क सिटी में फेवरिट टूरिस्ट स्पॉट साबित होने वाला है। यहां स्वामी विवेकानंद की 33 फ ट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण 12 जनवरी को युवा दिवस पर सीएम रघुवर दास ने किया था। तालाब के बीच टापू पर स्वामी विवेकानंद की कांस्य प्रतिमा लगाई गई है। इसका वजन 9.8 टन है। वहीं, बड़ा तालाब में दो ट्रैक हैं, जिन्हें आइलैंड-1 और आइलैंड-2 नाम दिया गया है। इतना ही नहीं, पैडेस्ट्रियंस पाथ की ऊंचाई 14 फ ट है। प्रतिमा के चारों ओर चार रंगबिरंगे फ व्वारे लुभाएंगे। 153 मीटर लंबे पेडेस्ट्रियन ब्रिज में अशोका लाइट और एंटिक पोल भी आकर्षित करेंगे। यहां बिट्रीफ ाई टाइल्स लगेंगी। साथ ही पेडेस्ट्रियन ब्रिज व प्रतिमा के चारों ओर रेलिंग भी बनेगी।
बिरसा मुंडा जेल पार्क
जेल चौक स्थित पुराना बिरसा मुंडा जेल को डेवलप कर पार्क का रूप दिया गया है, जहां बिरसा मुंडा की यादों को संजोकर रखा जा रहा है। भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी को जानने के लिए लोग यहां पहुंचेंगे। साथ ही पार्क में बच्चों के इंटरटेनमेंट का भी विशेष ख्याल रखा गया है।
पंचघाघ
रांची से 40 किमी दूर खूंटी में पंचघाघ वाटर फॉल है। यहां ऊंची व खड़ी पहाडि़यों से पांच झरनों के रूप में पानी का नीचे गिरना आकर्षित करता है।
सूर्य मंदिर
सात घोड़ों व 18 पहियों वाले विशाल रथ पर सूर्यदेव का आगमन आकर्षित करता है। यह सूर्य मंदिर अत्यंत ही मनोरम वास्तुकला का उदाहरण है।
बिरसा जूलॉजिकल पार्क
ओरमांझी स्थित इस पार्क में जंगली जानवर शेर, बाघ व हिरण आदि पाए जाते हैं। रांची-पटना एनएच पर स्थित यह पसंदीदा टूरिस्ट स्पॉट है।
टैगोर हिल
नोबेल पुरस्कार विजेता प्रसिद्ध कवि रवीन्द्र नाथ टैगोर के नाम पर रखा गया है। माना जाता हैं कि रवीन्द्र नाथ टैगोर यहां बैठकर कविताएं लिखते थे।
दशम फॉल
कांची नदी पर तैमारा नामक जगह पर स्थित 144 फ ट की ऊंचाई से यहां पानी का गिरना टूरिस्ट्स को लुभाता है।
जगन्नाथ मंदिर
एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर रांची में सबसे लोकप्रिय ऐतिहासिक स्थलों में एक है। यह मंदिर 1691 में बना।
आम्रेश्वर धाम
रांची से सटे खूंटी में स्थित आम्रेश्वर धाम श्रद्धालुओं के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है। यहां मंदिर में भगवान गणेश, राम-सीता, हनुमान व भगवान शिव की प्रतिमाएं स्थापित हैं।
नक्षत्र वन
यहां की हरियाली और खूबसूरत परिवेश आपको आकर्षित करती है।
रॉक गार्डेन
यहां प्राकृतिक सुंदरता के साथ लोहे की फुट ब्रिज अट्रैक्ट करता है।
कांके डैम
कांके डैम कपल्स के लिए एक शानदार और रोमांटिक स्पॉट है।
दिउड़ी मंदिर
दिउड़ी मंदिर 16 भुजाओं वाली देवी काली का मंदिर है। यहां क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी अक्सर पूजा करने आते हैं। साथ ही इस स्थान का धार्मिक महत्व भी है।
पतरातू वैली
सिटी से 40 किलोमीटर दूर स्थित यह तेजी से विकसित हुआ टूरिस्ट स्पॉट है। यहां पतरातू डैम का स्पार्कलिंग पानी है तो दूसरी ओर हरे-भरे पेड़ों से सजा मनोरम दृश्य।
साई मंदिर
प्रसिद्ध साई मंदिर परिसर की प्राकृतिक सुंदरता आकर्षित करती है। श्रद्धालु सालभर यहां पूजा-अर्चना करने पहुंचते हैं।