अभी यह हैं इंतजाम

-16 वार्ड डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में हैं

-350 बेड वाडरें में

-500 से 700 पेशेंट डेली आपीडी में आते हैं

- एनएचएम की टीम ने परखी व्यवस्थाएं, नई यूनिट के लिए जगह तलाशने के दिए निर्देश

- बजट तैयार शासन को प्रस्ताव भेजने को कहा, अव्यवस्थाओं पर जताई नाराजगी

बरेली : अब डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ओपीडी में मरीजों को इलाज के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा। थर्सडे को शासन के निर्देश पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंची नेशनल हेल्थ मिशन यानि एनएचएम की टीम ने विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए। टीम में शामिल सपोर्टिग सर्विस सुपरवाइजर धर्मेद्र कुमार साहू और आदेश शर्मा ने ओपीडी का जायजा लिया। यहां मरीजों की बेतरतीब लंबी लाइन देख कड़ी नाराजगी जताई। वहीं ओपीडी के छत का टूटा टीन शेड देख फटकार लगाई। साथ ही रिकॉर्ड रूम में डेथ का रेश्यो चेक किया। वहीं ब्लड बैंक में रिकॉर्ड भी चेक किए।

जगह पहचान को कहा

ओपीडी में इलाज के लिए संघर्ष करते मरीजों की परेशानी को देखने के बाद एनएचएम की टीम ने हॉस्पिटल मैनेजर को अस्पताल परिसर में ही ओपीडी के लिए एक नई यूनिट का निर्माण कराने के लिए जगह की पहचान करने का आदेश दिए।

शासन को भेजा जाएगा प्रस्ताव

एनएचएम की टीम ने हॉस्पिटल प्रशासन को नई यूनिट बनाने के लिए जगह की पहचान कर प्रस्ताव शासन को भेजने का आदेश दिया गया है। प्रस्ताव पास होने के बाद आपीडी की नई यूनिट का काम शुरू किया जाएगा। जिससे पेशेंट को राहत मिल सके।

वर्जन ::

एनएचएम की टीम की ओर से ओपीडी का दायरा बढ़ाने के लिए परिसर में ही जगह तलाशने का आदेश दिया गया है। इस माह के अंत तक प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया जाएगा।

पूजा चौहान, हॉस्पिटल मैनेजर।