कानपुर। साल 2020 में टीम इंडिया जनवरी में श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज के साथ नए साल का आगाज करेगी। हालांकि यह सीरीज चार दिन बाद से शुरु होगी। क्रिकेट इतिहास में टीम इंडिया आज तक एक जनवरी को कोई टी-20 मैच नहीं खेली है मगर एक बार भारत ने वनडे खेला था जिसका परिणाम ऐसा निकला कि, भारतीय टीम ने दोबारा न्यू ईयर पर व्हाॅइट बाॅल क्रिकेट मैच नहीं खेला। दरअसल एक जनवरी को भारत ने एक मैच खेला था जिसमें टीम को करारी हार मिली थी।

2003 में खेला गया था वो मुकाबला

क्रिकेट इतिहास में टीम इंडिया ने न्यू ईयर वाले दिन इकलौता मैच साल 2003 में खेला था। उस वक्त भारतीय टीम सात मैचों की सीरीज खेलने न्यूजीलैंड दौरे पर गई थी। श्रंखला का तीसरा मैच क्राइस्टचर्च में आयोजित किया गया। इस मैच में भारतीय टीम की वो हालत हुई जिसे टीम सपने में भी नहीं याद करना चाहेगी। उस वक्त टीम की कमान सौरव गांगुली के हाथों में थी। दादा ने टाॅस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला लिया, मगर ये डिसीजन गलत साबित हुआ।

टीम इंडिया की सबसे खराब बल्लेबाजी

इस मैच में भारत की तरफ से वीरेंद्र सहवाग और सौरव गांगुली ओपनिंग करने आए। अभी टीम का कुल स्कोर 10 रन ही हुआ था कि सहवाग विकेटकीपर के हाथ में गेंद थमाकर चलते बने। वीरू के रूप में भारत को पहला झटका लगा। इसके बाद मानों विकेट की लाइन लग गई। टीम के खाते में पांच रन जुड़ने के बाद गांगुली भी चार रन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद क्रीज पर आए वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने पारी को थोड़ा बहुत संभालने की कोशिश की, मगर यह जोड़ी भी ज्यादा देर क्रीज पर टिक नहीं पाई। उस दिन कीवी गेंदबाजों ने ऐसी घातक गेंदबाजी की भारतीय बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए।

सात बल्लेबाज दहाई के स्कोर तक नहीं पहुंचे

न्यूजीलैंड की घातक गेंदबाजी के आगे पूरी भारतीय टीम 41.1 ओवर्स में 108 रन पर ही सिमट गई। टीम के सात बल्लेबाज तो दहाई के स्कोर तक नहीं पहुंच पाए। सबसे ज्यादा 20 रन राहुल द्रविड़ के बल्ले से निकले, वो भी राहुल ने सभी बल्लेबाजों से ज्यादा गेंदे खेली। भारत का स्कोर और भी कम हो सकता था, क्योंकि कीवी गेंदबाजों ने 22 रन तो एक्स्ट्रा में दे दिए थे, नहीं तो भारत की हालत और खराब होती।

न्यूजीलैंड ने पांच विकेट से जीता मैच

भारत द्वारा दिए 109 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम को भी यह जीत आसानी से नहीं मिली। कीवी गेंदबाजों की तरह भारतीय पेसर्स ने भी पिच का भरपूर फायदा उठाते हुए मेहमानों को बैकफुट पर ला दिया था। 92 रन के अंदर न्यूजीलैंड के पांच विकेट गिर चुके थे। मैच बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका था, अब सिर्फ कीवी गेंदबाजों को आना बाकी था, हालांकि उनके लिए सबसे अच्छी खबर यह थी कि रन बनाने के लिए ज्यादा नहीं बचे थे। खैर भारतीय गेंदबाजों के तमाम प्रयासों के बावजूद न्यूजीलैंड ने पांच विकेट से मैच जीत लिया। इसी के साथ टीम इंडिया का हार के साल नए साल का आगाज हुआ। यह आखिरी मैच था, इसके बाद भारत ने न्यू ईयर पर कभी भी सीमित ओवरों का मैच नहीं खेला।

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