-दो दिन पहले रोकी जा रही ट्रक, व्यापारियों ने जताया ऐतराज

-माल आने में हो रही देरी, प्रताडि़त करने का लगाया आरोप

PRAYAGRAJ: सावन महीने में कांवर यात्रा को लेकर किया गया रूट डायवर्जन व्यापारियों के लिए मुश्किल खड़ी करने लगा है। ट्रांसपोर्टर्स और व्यापारियों का कहना है कि पुलिस व प्रशासन की ओर से जबरन परेशान किया जा रहा है। सोमवार के दो दिन पहले से माल लदी ट्रकों को आउटर पर रोक दिया जा रहा है। इससे व्यापारियों को नुकसान हो रहा है और यही हाल रहा तो महंगाई भी बढ़ सकती है, क्योंकि अभी सावन के तीन सोमवार बाकी हैं।

शनिवार की रात रोके गए ट्रक

ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि सावन के सोमवार के दो दिन पहले शनिवार रात से ही ट्रकों को जहां-तहां रोक दिया जा रहा है। पूछने पर पुलिस वालों का जवाब होता है कि मंगलवार रात से पहले किसी हालत में नहीं छोड़ा जाएगा। इससे वाहनों पर लदा माल का भाड़ा बढ़ रहा है और इसका असर मार्केट पर दिख सकता है। कुछ ट्रांसपोर्टर्स ने फतेहपुर में शनिवार को रोकी गाडि़यों को अभी तक नहीं छोड़े जाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दिल्ली और पंजाब से आ रहा उनका माल फतेहपुर से 22 किमी पहले तक लगे जाम में फंसा हुआ है। ट्रकों में ड्राई फ्रूट्स, कपडे़, स्टेशनरी, खिलौने आदि लदे हुए हैं। अगर यह जल्द नहीं छूटे तो माल क्राइसिस से पब्लिक को परेशानी हो सकती है। वाहनों को छोड़े जाने के लिए ट्रांसपोर्टर्स ने एडीएम सिटी, सीओ, सिटी मजिस्ट्रेट आदि से गुहार भी लगाई है।

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55 हजार हुआ 40 हजार का भाड़ा

व्यापारियों का कहना है कि पश्चिम बंगाल से आने वाले केले का भाड़ा 40 की जगह 55 हजार हो गया है। क्योंकि अब वाहनों का रूट डायवर्जन किया जा रहा है। यह वाहन सासाराम बिहार और आजमगढ़ होकर आते हैं। बाद में इन्हें हंडिया, कोखराज से घुमा दिया जाता है। मंसूराबाद में भी वाहनों को दो-दो दिन रोक दिया जा रहा है। इससे उनका भाड़ा बढ़ रहा है। यही कारण है कि इस दौरान सेब, अनार सहित तमाम फलों के दाम बढ़ रहे हैं। आगे चलकर यह महंगाई का रूप ले सकता है। इसका असर सब्जियों पर भी पड़ सकता है। व्यापारियों का कहना है कि ट्रकों को जरूरत के मुताबिक ही रोका जाए। जबरन खड़ा करने से जाम लगता है और आम जनता परेशान होती है।

वर्जन

शनिवार से अभी तक फतेहपुर में भारी वाहनों को रोका गया है। एसपी ट्रैफिक से बात की गई तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुये कहा कि फतेहपुर वाले ही जानें। फतेहपुर सीओ सदर से बात की गई तो प्रयागराज के अधिकारियों के ऊपर छोड़ दिया। पूर्व में प्रयागराज में माल उतारने वाली गाडि़यों को बिल्टी देखने के बाद छोड़ दिया जाता था। एडीएम सिटी से बात करने के बाद आज वाहनों को छोड़े जाने पर सहमति बनी है।

-अनिल कुशवाहा, ट्रांसपोर्टर

दो पहले ही वाहनों को रोक दिया जाना ठीक नहीं है। पुलिस व प्रशासन को नियमों में थोड़ी शिथिलता दिखानी होगी। नहीं तो ट्रांसपोर्टर और व्यापारियों को नुकसान होगा और इसका असर भविष्य में मार्केट पर दिख सकता है।

-कुलदीप मिश्रा, ट्रांसपोर्टर

दो दिन पहले मैंने अपने वाहन को पश्चिम बंगाल केले लेने भेजा था। पता चला कि वह मंसूराबाद से आगे नहीं बढ़ पाया। किसी तरह से ट्रक को वापस प्रयागराज बुलवाया गया। ऐसा रहा तो माल की सप्लाई प्रभावित होगी। इसका असर फल के दामों पर दिख सकता है।

-प्रमोद यादव, महामंत्री, मुंडेरा मंडी फल सब्जी व्यापार मंडल