गंगा में पानी का बढ़ना जारी है। यमुना का भी लगभग यही हाल है। खतरे का निशान पार करने के लिए फाफामऊ में गंगा में पानी बढ़ने की रफ्तार थोड़ी स्लो हुई लेकिन पानी आना नहीं रुका। यमुना के भी बुधवार को खतरे का निशान पार कर जाने का अंदेशा है। यह अब पांच सेमी। की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है। इस स्थिति ने नदियों के किनारे आशियाना बनाने वालों को खानाबदोश बना दिया है। शहर के भीतरी एरिया में रहने वाले भी थोड़े सुखी जरूर हैं लेकिन, रुक रुक कर हो रही बारिश ने उनकी नींद भी उड़ा रखी है। खास तौर से उन मोहल्लों में रहने वाले लोगों की जो निचले इलाकों में रहते हैं।
शहर में जाम हो रहा एसटीपी का पानी
नदियों का पानी शहर के भीतर के एरिया में प्रवेश न करने पाए इसके लिए एसटीपी के गेट बंद कर दिये गये हैं। इसका एक दुष्प्रभाव यह है कि शहर के भीतर का पानी एसटीपी तक भी नहीं पहुंच पा रहा है। यानी शहर के सीवर और नाली का पानी ब्लाक हो रहा है। यमुना नदी के आसपास करेली एरिया के तमाम घर ऐसे हैं जहां घरों में नदी के साथ नाला यहां तक कि सीवर की गंदगी के साथ पानी आ गया है। यहां रहना दुश्वार हो गया तो कुछ लोगों ने अपने परिजनों को शिफ्ट करने के बाद घर के बाहर मकान बिकाऊ है का बोर्ड लगा दिया। अल्लापुर, तिलक नगर, बाघम्बरी गद्दी, गऊघाट, करेलाबाद में बारिश और सीवर-नाले का पानी खतरा बन गया है। मम्फोर्डगंज नाला भी देर शाम पानी से भर गया। नाली निकालने के लिए पम्पिंग सेट लगाये गये थे, इसके बाद भी खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा था। इस पॉश एरिया के लोगों के साथ पत्रकार कॉलोनी अशोक नगर से लगकर बसी आबादी भी ऐसी ही समस्या झेलने की स्थिति में आ गयी है।
शहर के कई स्कूल 21 तक बंद
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने मंगलवार की देर शाम गंगा और यमुना नदी के पानी की सरहद से पांच किलोमीटर की दूरी में स्थित सभी बोर्ड के स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया। इसके बाद डीआईओएस की तरफ से स्कूलों की वह लिस्ट भी जारी कर दी गयी जिन्हें बंद किया जाना अनिवार्य किया गया है। अंचल एरिया में भी ठीक इसी तरह का कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। डीएम के आदेश के बाद देर रात स्कूलों से बच्चों के पैरेंट्स के बाद बंदी के मैसेज आने लग गये।
बाढ़ राहत केन्द्रों के लिए स्थापित कंट्रोल रूम
0532-2641577
0532-2641578
प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। बाढ़ राहत केन्द्रों पर राउंड द क्लाक बिजली आपूर्ति के साथ मोबाइल टॉयलेट की नियमित सफाई के आदेश दिये गये हैं। करीब एक 16 सौ परिवार बाढ़ राहत केन्द्र पहुंचाये जा चुके हैं। बाढ़ग्रस्त एरिया के पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित सभी बोर्डो के स्कूलों को 21 तक बंद रखने का आदेश दिया गया है।
भानु चंद्र गोस्वामी
डीएम, प्रयागराज
रात दस बजे गंगा-यमुना का जलस्तर
फाफामऊ 84.75
छतनाग 84.03
नैनी 84.58
डेंजर लेवल
गंगा 84.73 मीटर
(गंगा फाफामऊ में डेंजर लेवल से 2 सेमी ऊपर चल रही है)
यमुना 84.73 मीटर
(नैनी में यमुना डेंजर लेवल से 15 सेमी नीचे हैं)
शहरी एरिया में बने रिलीफ कैंप
ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, म्योर रोड
स्वामी विवेकानंद जूनियर हाईस्कूल, अशोक नगर
कैंट हाई स्कूल, सदर बाजार, न्यू कैंट
महबूब अली हासे स्कूल, स्टैनली रोड
एनीबेसेंट स्कूल, कचहरी
उमराव सिंह, सेंट जोसफ,
चेतना गर्ल्स हाईस्कूल
प्रा.वि। राजापुर
जमुना क्रिश्चियन इंटर कालेज कटघर
इन पर लापरवाही पड़ी भारी
अपर नगर आयुक्त अमरेन्द्र कुमार वर्मा
जल निगम के जीएम के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की संस्तुति की