-तमाम राहत केंद्रों पर बांटी गई राहत सामग्री, चेहरे पर छाई मुस्कान

PRAYAGRAJ: बाढ़ का पानी घटने के बाद अब लोग राशन के साथ घर वापसी करेंगे। उनके दिलो दिमाग से आटा, दाल, चावल और तेल की चिंता खत्म हो गई। अपने रोजगार पर लौटने तक उनका चूल्हा ठंडा नहीं रहेगा। मंगलवार को राहत केंद्रों पर राहत सामग्री बांटे जाने के बाद लोगों की यही प्रतिक्रिया थी। इसके लेखपाल द्वारा घर पर राहत सामग्री दिए जाने की बात किए जाने पर बाढ़ पीडि़तों ने चिंता जाहिर की थी। जिसे दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने सोमवार को पब्लिश भी किया था।

कम से कम एक सप्ताह का राशन

मंगलवार को राहत केंद्रों पर बांटी गई राहत सामग्री में कम से कम एक सप्ताह का राशन मौजूद था। इसमें दो किलो अरहर दाल, 10-10 किलो आटा व चावल सहित रिफाइंड तेल, हल्दी, धनिया, मिर्च, लाई, भुना चना आदि मौजूद था। लोगों ने बताया कि घर वापसी के बाद साफ-सफाई के तत्काल बाद उनका चूल्हा जल उठेगा। वजह, बाढ़ के पानी में उनका राशन भी लगभग खराब हो चुका है। उन्होंने प्रशासन के इस इनीशिएटिव की तारीफ भी की। बता दें कि पिछली आई बाढ़ में पीडि़तों का घर वापसी के बाद ही राहत सामग्री दी जाती थी।

हमने उठाई थी समस्या

सीएम योगी आदित्यनाथ के कैंट हाईस्कूल और सेंट जोसेफ ग‌र्ल्स कॉलेज में दौरे के बाद राहत सामग्री वितरण के बाद से ही लोग बेचैन हो गए थे। बाकी शेल्टर्स के लोगों ने कहा कि उन्हे भी यही सामग्री मिल जानी चाहिए। लेकिन लेखपालों का कहना था कि पूर्व की भांति घर पर ही राहत सामग्री मिलेगी। या फिर इसे लेने तहसील आना होगा। लेकिन दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इस समस्या को प्रमुखता से पब्लिश किया। हमने बताया कि तहसील या घर पर बांटे जाने का महत्व नहीं होगा। लोगों के पास अभी राशन नहीं है इसलिए यही पर उन्हें राहत सामग्री उपलब्ध कराई जानी चाहिए।