-रामलीला और दुर्गापूजा आयोजन को लेकर डीएम ने दिए आदेश

PRAYAGRAJ: रामलीला मंचन पूर्व की भांति होगा। जहां पर मूर्ति की स्थापना होती आई है, वहीं पर होगी। कोई नई परंपरा कायम नहीं की जाएगी। यह बात डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने मंगलवार को कही। वह संगम सभागार में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ दुर्गापूजा और रामलीला आयोजन की तैयारियों की बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जहां पर भी कमियां है, उन कमियों को एडीएम सिटी व सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में टीम बनाकर जांच उपरांत दूर किया जाएगा।

केमिकल की हर्बल कलर का उपयोग

डीएम ने कहा कि मूर्तियों में केमिकल की जगह हर्बल कलर का उपयोग किया जाए। बाढ़ खंड के अधिशाषी अभियंता को निर्देशित किया कि विसर्जन के लिए स्थलों को चिन्हित कर ले तथा विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को निर्देशित किया कि कही पर भी खुले एवं जर्जर तार आदि नहीं होने चाहिए। दुर्गापूजा कमेटियां निर्धारित समय के अनुसार ही मूर्तियों का विसर्जन करें। बैठक में नगर आयुक्त डॉ। उज्जवल कुमार, पीडीए वीसी टीके शिबू, एडीएम सिटी अशोक कनौजिया, एडीएम प्रशासन वीएस दुबे, एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

इनका पालन कराने के आदेश

-यातायात व्यवस्था का ध्यान रखा जाए।

-दुर्गापूजा और रामलीला के आयोजन में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। प्रकाश और साफ सफाई व्यवस्था बेहतर होगी।

-प्लास्टिक का प्रयोग न करें, इससे वातावरण पर भी असर पड़ता है।

-प्रत्येक पांडाल में पूजा समिति के व्यवस्थापकों से कम से कम 5 लोग अनवरत सुरक्षा हेतु मौजूद रहेंगे। इन व्यक्तियों के नाम व मोबाइल नंबर भी रखा जाए।

-पांडाल के अंदर की सफाई पूजा समिति द्वारा स्वयं कराई जायेगी तथा पांडाल परिसर के बाहर की सफाई के लिए विभाग जिम्मेदार होंगे।

-पांडाल में केवल आरती की जाए। पांडालों में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

-अराजक तत्वों पर नजर रखी जानी चाहिए।

-पीस कमेटी की बैठक थाना व जिला स्तर पर समय से पूर्व कर लिया जाए।

-साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। रामदल के मागरें को गड्ढ़ा मुक्त किया जाए।

-मूर्ति की लंबाई अधिक होने के कारण किसी का घर या छज्जा तोड़ा न जाए।

-ढीले/जर्जर तारों को ठीक कराने के सुरक्षात्मक उपाय कर लिये जाएं। विसर्जन स्थल पूर्व में चिंहित कर लिया जाए।

-संदेह के आधार पर अराजक तत्वों को चिंहित कर कार्रवाई की जाए।