-आदेश के 20 दिन बाद भी नहीं शुरू हो सका पार्किंग को लेकर अभियान

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PRAYAGRAJ: सिटी में ट्रैफिक कंट्रोल करने और सड़क पर खड़े होने वाले वाहनों पर लगाम लगाने में प्रशासन लगातार फेल साबित हो रहा है। स्कूलों, कोचिंग संस्थानों और नर्सिग होम के बाहर रोड पर खड़े वाले वाहनों के खिलाफ अभियान फाइलों में कैद होकर रह गया है। वहीं निर्देश के बाद भी रोड पर जाम की समस्या बदस्तूर जारी है।

एक हफ्ते का था समय

स्कूल की छुट्टी के वक्त सड़क पर जाम न लगे इसके लिए बीती 30 जुलाई को प्रशासन की स्कूल, नर्सिग होम, कोचिंग संस्थान संचालकों के साथ मीटिंग हुई थी। उन्हें एक सप्ताह के अंदर पार्किंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया था। करीब 20 दिन से अधिक समय बीतने के बाद भी यह सिस्टम लागू नहीं हो सका।

नाजरेथ के बाहर लगता है जाम

सिविल लाइंस एरिया में स्थित नाजरेथ हॉस्पिटल के बाहर भी कार और एम्बुलेंस खड़ी होती हैं। यहां पर टू-व्हीलर के लिए पार्किंग स्पेस है। वहीं सेंट जोसफ के बाहर भी स्कूल की छुट्टी के समय से पहले ही रोड पर पैरेंट्स के वाहनों की कतार लगने लगती है। सेंट मेरीज कॉन्वेंट इंटर कॉलेज की तरफ से रोड के सर्विसलेन को ही पार्किंग बनाकर उसका उपयोग किया जा रहा है। इसमें स्कूल बस के साथ ही अन्य वाहन भी पूरे समय खड़े रहते हैं।

हर किसी की अपनी कहानी

इस बारे में बात करने पर वात्सल्य हॉस्पिटल के ओनर डॉ। नीरज अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने नर्सिग होम के लिए पार्किंग अरेंज किया है। लेकिन फिर भी लोग नहीं मानते है। पार्किंग का रास्ता बताने के लिए गार्ड भी है। उसके बाद भी लोग हॉस्पिटल के दूसरी तरफ वाहन खड़ा कर देते हैं। वहीं वशिष्ठ वात्सल्य स्कूल को लेकर पूछने पर डॉ। नीरज ने बताया कि उसके लिए भी नगर निगम की पार्किंग को लिया गया है। जहां तक स्कूल के बाहर पैरेंट्स के वाहन खड़ा करने की बात है तो वह सिर्फ कुछ समय के लिए स्कूल आते हैं। ऐसे में उनको कहां तक मना किया जा सकता है। अगर स्कूल के अंदर वाहनों को लाने की अनुमति दी जाए तो प्राइवेसी और सिक्योरिटी प्रभावित होगी।

वर्जन

पार्किंग नर्सिग होम के बगल में है। स्टाफ पार्किंग नर्सिग स्कूल के पास बनाई गई है। जहां तक स्कूल की बात है तो उसके लिए भी पार्किंग बनाई गई है। बच्चों के पैरेंट्स पांच या दस मिनट के लिए आते हैं। ऐसे में उनको कहां तक रोका जाए। इसके लिए क्या व्यवस्था की जाए।

-डा। नीरज अग्रवाल

निदेशक, वात्सल्य हॉस्पिटल

इनका फोन लगातार नॉट रीजबल जा रहा है। बात नहीं हो पा रही है।

जावेद बख्त

प्रिंसिपल, बाल भारती स्कूल

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वर्जन

हमारे पास सीमित संसाधन हैं। अभियान चलाने के लिए पुलिस बल की जरूरत है। जैसे ही पुलिस उपलब्ध होगी, हम कोचिंग, हॉस्पिटल सहित तमाम प्रतिष्ठानों की अवैध पार्किंग के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर देंगे।

-राजकुमार, आरटीओ प्रवर्तन

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इस दिशा में काम हो रहा है। कुछ स्कूलों ने व्यवस्था भी शुरू कर दी। इनका निरीक्षण करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-कुलदीप सिंह

एसपी ट्रैफिक