- आज से शुरू करेंगे सविनय अवज्ञा आंदोलन

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PRAYAGRAJ: छात्रसंघ बहाली की मांग को लेकर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स का आन्दोलन मंगलवार को भी जारी रहा। संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से विशेष मीटिंग हुयी। जिसमें इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कुलपति के खिलाफ सविनय अवज्ञा आन्दोलन दो अक्टूबर यानी गांधी जयंती पर चलाने का निर्णय लिया गया।

शहर के लोगों के नाम जारी किया खुला पत्र

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर सिटी के लोगों के नाम खुला पत्र जारी किया। इसमें छात्रों ने कहा है कि महानुभावों भारत की राजनीतिक राजधानी भले ही दिल्ली हो, लेकिन प्रयागराज भारत की आध्यात्मिक राजधानी है। इसने देश को सात प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, और नौकरशाह दिए हैं। इलाहाबाद आजादी के आंदोलन का केंद्र बिंदु रहा है। पूरब का आक्सफोर्ड कहा जाने वाला इलाहाबाद विश्वविद्यालय आज किस स्थिति में है। आपको पता ही है इसका मुख्य कारण वर्तमान कुलपति है। यही कारण है कि छात्रसंघ इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की गरिमा को बचाने के लिए लगातार चार वषरें से आंदोलनरत है। इसलिए दो अक्टूबर से इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ ने आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है। छात्रनेताओं ने सिटी के लोगों से उनके सविनय अवज्ञा आन्दोलन को समर्थन देने की अपील की।