- सीएमओ की ओर से गठित चार सदस्यीय टीम कर रही जांच

- सिटी के अलग-अलग एरियाज में जांच की मिली जिम्मेदारी

GORAKHPUR: प्राइवेट हॉस्पिटल, नर्सिग होम, क्लीनिक आदि संस्थाओं के बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण की व्यवस्था में खामी मिली तो बच पाना अब मुश्किल है. एनजीटी की सख्ती के बाद सीएमओ ने चार अलग-अलग एसीएमओ के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर दी है. टीमों को एरियाज सौंपे गए हैं जिनकी जांच कर रिपोर्ट तैयार करनी है. टीमें 12 जून तक सीएमओ को रिपोर्ट सौंपेंगी. सीमएओ द्वारा यह रिपोर्ट डायरेक्टर मेडिकल हेल्थ को भेजी जाएगी. सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने साफ कहा है कि बायो वेस्ट निस्तारण की व्यवस्था नहीं मिलने पर हॉस्पिटल सील किया जाएगा.

दोबारा आया जांच का आदेश

न्यायाधीश डीके सिंह की अध्यक्षता में जिले के हेल्थ विभाग के अफसरों की मीटिंग हुई थी. इस दौरान प्राइवेट हॉस्पिटल के कचरों पर विस्तृत चर्चा हुई. सीएमओ की ओर से जिले के बायो मेडिकल वेस्ट की पूरी जानकारी दी गई लेकिन एनजीटी ने दोबारा जांच का आदेश दे दिया. अब एनजीटी की सख्ती से हॉस्पिटलों की जांच शुरू कर दी गई है. एक-एक हॉस्पिटल, नर्सिग होम में हेल्थ डिपार्टमेंट के मानक के हिसाब से जांच करनी है. हॉस्पिटल में कचरे के निस्तारण की व्यवस्था और उसके रखने की व्यवस्था की जांच कर तैयार रिपोर्ट को एनजीटी को सौंपा जाएगा.

इस एरियाज में टीमें करेंगी जांच

- एसीएमओ डॉ. एसके पांडेय के नेतृत्व में सुधांशु श्रीवास्तव को शामिल कर बनाई गई टीम मेडिकल कॉलेज रोड, बरगदवां, गोरखनाथ, राजेंद्र नगर में जांच करेगी.

- एसीएमओ डॉ. एके प्रसाद के नेतृत्व में मृत्युंजय पांडेय को शामिल कर बनाई गई टीम पैडलेगंज, तारामंडल, नौसड़ में जांच करेगी.

- एसीएमओ डॉ. एनके पांडेय के नेतृत्व में उपेंद्र मणि त्रिपाठी को शामिल कर बनाई गई टीम बेतियाहाता, खजांची चौराहा, पादरी बाजार, असुरन, सूरजकुंड में जांच करेगी.

- एसीएमओ डॉ. एसएन त्रिपाठी के नेतृत्व में प्रदीप कुमार श्रीवास्तव को शामिल कर बनाई गई टीम मोहद्दीपुर, नंदानगर, कूड़ाघाट इलाके में जांच करेगी.