RANCHI : राजधानी रांची में पॉपुलेशन कंट्रोल करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है। सरकार लोगों को इसके लिए प्रेरित भी कर रही है लेकिन फैमिली प्लानिंग का पूरा दारोमदार महिलाओं के कंधे पर ही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते तीन महीने (अप्रैल से जून तक) बंध्याकरण (ट्यूबेक्टोमी) कराने के लिए जहां 252 महिलाएं आगे आई हैं, वहीं एनएसवी के लिए इस दौरान केवल तीन पुरुषों ने ही इंटरेस्ट दिखाया है। ऐसे में विभाग को नसबंदी के लिए पुरुष ढूंढने से भी नहीं मिल रहे हैं। इसका खुलासा हेल्थ डिपार्टमेंट की क्वार्टरली जारी की गई रिपोर्ट में हुआ है।

पुरुष निकाल रहे अभियान की हवा

घर और बच्चों को संभालने के अलावा फैमिली प्लानिंग को लेकर भी महिलाओं को ही आगे आना पड़ रहा है। जबकि इसके लिए अगर पुरुष सपोर्ट करें तो महिलाओं को ऑपरेशन की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। लेकिन पुरुष सरकार के इस अभियान की हवा निकालने में ही लगे हैं। अवेयर करने के बाद भी वे महिलाओं को ही बंध्याकरण के लिए हॉस्पिटल भेज रहे हैं। यही वजह है कि एनएसवी कराने के लिए गिनती के ही पुरुष सामने आ पा रहे हैं।

ट्यूबेक्टोमी की रिपोर्ट

ब्लॉक अचीवमेंट

रांची अरबन 252 महिलाओं ने कराया बंध्याकरण

रातू 73 ने

नामकुम 23 ने

कांके 31 ने

ओरमांझी 2 ने

एनएसवी की रिपोर्ट

ब्लॉक अचीवमेंट

रांची अरबन 3 पुरुषों ने नसंबदी कराई

रातू 0

नामकुम 6 ने

कांके 1 ने

ओरमांझी 0