RANCHI: रांची के तमाड़ स्थित राड़गांव मस्जिद से 24 मार्च को हिरासत में लिये गये 11 विदेशी मौलवियों से एनआइए और सेंट्रल इंटेलिजेंस की टीम ने पूछताछ शुरू कर ही है। ये 11 विदेशी एनआईए समेत सभी खुफिया एजेंसियों के राडार पर आ गए हैं। मालूम हो कि 23 मार्च को बिहार से भी एक मस्जिद में छुपकर रह रहे विदेशी लोगों का खुलासा हुआ था और इसके ठीक अगले दिन रांची से भी इन विदेशियों का मिलना बड़े सवाल खड़े कर रहा है। सभी 11 विदेशी मौलवी से जांच एजेंसी द्वारा धर्म प्रचार और विदेशी फंडिंग से संबंधित जानकारी हासिल की जा रही है। बताया जा रहा है कि अब तक की जांच में यह बात सामने आयी है कि इन सभी मौलवियों की गतिविधि संदिग्ध है। सभी को जमशेदपुर के मुसाबनी स्थिति कांस्टेबल ट्रेनिंग स्कूल में रखा गया है। हालांकि सभी मौलवियों की कोरोना की जांच भी की गयी है, जो नेगेटिव आयी है।

24 को हिरासत में लिए गये थे सभी

तमाड़ थाना क्षेत्र स्थित राड़गांव मस्जिद में विदेश के 11 मौलवियों को प्रशासन ने बीते 24 मार्च को हिरासत में ले लिया था। इनमें चीन के तीन, किर्गिस्तान के चार और कजाकिस्तान के चार मौलवी शामिल हैं। जांच में उनके पास से मिले पहचान-पत्र के अनुसार इनकी पहचान चीन के मा मेंनाई, ये देहाइ, मा मेरली, किर्गिस्तान के नूर करीम, नारलीन, नूरगाजिन, अब्दुल्ला और कजाकिस्तान के मिस्नलो, साकिर, इलियास आदि के तौर पर हुई है।

19 मार्च से रड़गांव में रह रहे थे सभी

पूछताछ पर मौलवियों ने खुद को धर्म प्रचारक बताया था। वे एक महीने से भारत के विभिन्न मस्जिदों में पनाह लेकर 19 मार्च को रांची से बस द्वारा जमशेदपुर जाने के दौरान तमाड़ में रड़गांव के पास स्थित एक मस्जिद में रुके थे। कोरोना वायरस के फैलते प्रकोप के बीच मस्जिद में मौलवियों के छिपे होने की जानकारी पर ग्रामीणों में सुगबुगाहट बढ़ी थी। गांव में इसकी दबी जुबान चर्चा भी होने लगी जिसके बाद प्रशासन को इसकी जानकारी मिली।

स्पेशल ब्रांच को कोई इनपुट नहीं

मामले की जानकारी होने पर प्रशासन और पुलिस के अफसर मस्जिद पहुंचे। जहां मस्जिद में उन्हें 11 विदेशी मुस्लिम मौलवी छिपे मिले। पुलिस ने हिरासत में लेकर जांच पड़ताल करने के बाद सभी को क्वारेंटाइन के लिए मुसाबनी स्थिति कांस्टेबल ट्रेनिंग स्कूल भेज दिया था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इनके राज्य में होने की जानकारी ना तो स्पेशल ब्रांच के पास थी न ही खुफिया विभाग के पास। इसे पूरी तरह से खुफिया का फेलियोर माना जा रहा है।

लगातार रहने की जगह बदल रहे थे सभी

जानकारी के अनुसार सभी विदेशी मौलवी सराइकेला जिले के कपाली क्षेत्र में आयोजित इज्तिमा में शामिल होने के लिए आये थे। ये मौलवी करीब 15 दिन पहले ही जमशेदपुर और आसपास के इलाके में सक्त्रिय हो गये थे। इस दौरान लगातार ये लोग जगह बदल रहे थे। ये सभी कपाली में 10 दिनों तक रहे, पांच दिन बुंडू, तमाड़ समेत कई मुस्लिम बहुल इलाकों का भ्रमण किया। वहीं सभी को हिरासत में लेने के बाद उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं।