- छुट्टा जानवरों के खिलाफ i next के campaign के बाद भी निगम कानों में डाले बैठा है रुई

- सांड़ों सहित अन्य छुट्टा जानवरों को पकड़ने के लिए अभी तक शुरु नहीं की गई कोई कवायद

क्ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्गफ्ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

शहर में आवारा और छुट्टा जानवरों के आतंक से परेशान पब्लिक की समस्या को उठाते हुए लगातार निगम के अधिकारियों को जगाने की आई नेक्स्ट की मुहिम जारी है लेकिन निगम के अधिकारी हैं कि इन्हे शर्म ही नहीं आ रही है। शायद यही वजह है कि बीते एक सप्ताह से इन आवारा और छुट्टा पशुओं के खिलाफ खबर छपने के बाद भी निगम कानों में रुई लगाये बैठा है और अब तक इनके खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू नहीं हो सकी है।

कौन करेगा भाई

शहर में आवारा और छुट्टा पशुओं के खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। इसके लिए बकायदा एक दस्ता काम करता है। ये दस्ता इन पशुओं को पकड़कर या तो जंगलों में या फिर शहर से बाहर छोड़कर इनके आतंक से मुक्त करता है। लेकिन बीते कई दिनों से ये दस्ता पस्त हो कर आराम कर रहा है और छुट्टा और आवारा जानवर बेखौफ होकर सड़क पर लोगों की जिंदगी से खेल रहे हैं।

ऐसा नहीं है कि छुट्टा जानवरों को पकड़ने के लिए निगम प्लानिंग कर काम नहीं करता है। जल्द ही इनके खिलाफ बड़ा अभियान चलेगा और शहर के लोगों को इनके उपद्रव से आजादी मिलेगी।

बीके द्विवेदी, अपर नगर आयुक्त