-गवाही से एक दिन पहले कर दी थी सचिन की हत्या

- पुलिस 9 दिन बाद भी नहीं लगा पाई हत्यारों का पता

Meerut कोर्ट में गवाही से एक दिन पहले सचिन की अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी थी। घटना को नौ दिन बीत चुके हैं, लेकिन परतापुर पुलिस अभी तक हत्यारों का कोई सुराग नहीं लगा पाई है। जिसके चलते शुक्रवार को सैकड़ों ग्रामीण डीएम कार्यालय पहुंचे और परतापुर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी। इस बीच ग्रामीणों की पुलिस अधिकारियों के साथ नोंक-झोंक भी हुई।

किया प्रदर्शन

शुक्रवार को ग्राम प्रधान संजय राणा के साथ सैकड़ों ग्रामीण डीएम कार्यालय पर पहुंचे और परतापुर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। ग्राम प्रधान ने बताया कि छह माह पूर्व गांव के राहुल शर्मा और मोनू गुर्जर की हत्या हुई थी। उस हत्याकांड के गवाह सचिन और उसका बड़ा भाई सेठी थे। एक अप्रैल को उस हत्याकांड में गवाही होनी थी। लेकिन बदमाशों ने गवाही से एक दिन पहले सचिन की हत्या कर दी। जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ था। ग्राम प्रधान ने सचिन के बडे़ भाई की भी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की।

हुई झड़प

डीएम कार्यालय पर जब कोई अधिकारी नहीं मिला तो मृतक की मां सुरेश देवी सीओ वह एसओ सिविल लाइन से भिड़ गई। ग्राम प्रधान ने किसी तरह से मामला शांत किया। सीओ ने प्रदर्शनकारियों को एसपी सिटी के पास शोभापुर पुलिस चौकी पर भेजा है। प्रदर्शनकारियों में टोनी राणा, सुरेश राणा, सतीश, मुकेश शर्मा, सुनील राणा, नितिन, संदीप, रोबिन, विकास, बिट्टू, मनोज, अंकुर गुप्ता आदि ग्रामीण मौजूद रहे।

जाम लगाने पर कर दूंगा मुकदमा

प्रदर्शन के दौरान जब कोई बड़ा अधिकारी ग्रामीणों को नहीं मिला तो ग्रामीण सड़क पर जाम लगाने की बात पर अड़ गए। जिसके बाद एसओ सिविल लाइन एसके राणा ने जाम लगाने पर मुकदमा लगाने की धमकी दे डाली। इस बात पर मृतक की मां सुरेश देवी और ग्रामीण उग्र हो गए और एसओ व ग्रामीणों के बीच जमकर नोंक-झोंक हुई।