नई दिल्ली (आईएएनएस)। भारत के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमण ने सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर मंगलवार को नौ नए जजों को शपथ दिलाई। इन नए जजों के शपथ ग्रहण के बाद, अब सुप्रीम कोर्ट में केवल एक पद रिक्त है। कहा जा रहा है कि पहली बार एक साथ सुप्रीम कोर्ट के नाै जजों ने शपथ ली है। इन नाै जजों में 3 महिला जज शामिल हैं।18 अगस्त को, सुप्रीम कोर्ट ने अपनी वेबसाइट पर उन नौ लोगों के नाम प्रकाशित किए, जिनकी उसने शीर्ष अदालत में जजों के रूप में नियुक्ति के लिए सिफारिश की थी। मुख्य न्यायाधीश एन वी रमण की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने यह निर्णय लिया और इसमें शीर्ष अदालत के चार वरिष्ठतम न्यायाधीश शामिल थे। इन नामों को बाद में 26 अगस्त को केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था।

नौ जजों में शामिल हैं ये चेहरे
शपथ लेने वालें नए नौ जजों में जस्टिस ए एस ओका, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस जे के माहेश्वरी, जस्टिस हिमा कोहली, जस्टिस बी वी नागरत्ना, जस्टिस सी टी रविकुमार, जस्टिस एम एम सुंदरेश, जस्टिस बेला त्रिवेदी और वरिष्ठ अधिवक्ता पी एस जस्टिस व जस्टिस बी वी नागरत्ना है। जस्टिस नागरत्ना सितंबर 2027 में भारत की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनने की कतार में हैं। इनके पिता जस्टिस ई.एस. वेंकटरमैया, 1989 में कुछ महीनों के लिए CJI रहे थे। वर्तमान में, न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी शीर्ष अदालत में एकमात्र सेवारत महिला जस्टिस हैं।

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