- 29 को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सामने दिखाएंगे शक्ति प्रदर्शन

- टिकट के दौर में शामिल नेताओं की पहली रिपोर्ट तैयार

- हर उम्मीदवार की रिपोर्ट होगी प्रस्तुत

- पीके के सहमती के बाद ही मिलेगी टिकट

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से जिताऊ उम्मीदवारों के चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। कांग्रेस यूपी में अपनी खोई हुई जमीन को तलाशने के लिए एक इस बार अपनी पूरी ताकत लगा रही है। इसको धार देने के लिए आगामी 29 जुलाई को राजधानी के रमाबाई अंबेडकर मैदान में एक बड़ी रैली का आयोजन किया जा रही है। इस रैली में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कई राष्ट्रीय स्तर के नेता मौजूद रहेंगे। इस रैली की सबसे खास बात यह है कि रैली में सूबे में कांग्रेस के टिकट को पाने वाले 9500 के करीब उम्मीदवार भी मौजूद होंगे। इन सभी उम्मीदवारों को कांग्रेस की ओर से रैली में बुलाया गया है। हालांकि इसको लेकर किस प्रकार का निर्णय रैली के दौरान कांग्रेस के उपाध्यक्ष की ओर से लिया जा सकता है वह अभी पार्टी की ओर से साफ नहीं है।

राहुल के सामने पेश होगा रिपोर्ट कार्ड

सूत्रों के अनुसार रैली के दौरान कांग्रेस का टिकट चाहने वालों को बुलाने का मतलब साफ है कि आगामी चुनावों को लेकर रैली के दौरान कांग्रेस की ओर से कोई बड़ी घोषणा की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार आगामी रैली में पूरे प्रदेश से तकरीबन पचास से साठ हजार कांग्रेसियों के पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान उम्मीदवारों से कांग्रेस उपाध्यक्ष अपनी सूबे की टीम के साथ बैठकर चुनावी रणनीति की चर्चा भी करेंगे। इस दौरान कांग्रेस के लिए काम कर रहे प्रशांत किशोर की ओर से टिकट की चाह रखने वालों की रिपोर्ट भी राहुल गांधी के साथ चर्चा में शामिल की जाएगी। गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से इस बार आगामी चुनावों के लिए टिकट फाइनल किए जाने की काफी हद तक जिम्मेदारी प्रशांत किशोर की रिपोर्ट के ऊपर तय की जाएगी।

पीके ने भेजी पहली रिपोर्ट

कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के टिकट पर प्रदेश में चुनाव लड़ने वालों के बारे में प्राथमिक रिपोर्ट प्रशांत कुमार की ओर से कांग्रेस हाईकमान को भेजी जा चुकी है। इसमें सबसे खास बात यह है कि यह रिपोर्ट राज बब्बर को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के पहले भेजी गई थी। सूत्र बताते हैं कि नए प्रदेश अध्यक्ष के पद पर राज बब्बर को इसी रिपोर्ट के आधार पर बैठाया गया था। आगामी रैली में राज बब्बर को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के पीछे की रणनीति के आधार पर ही कांग्रेस की ओर से कोई घोषणा प्रदेश के चुनावों के लिए की जा सकती है।

कैंडीडेट को नहीं मालूम, तैयार हुई रिपोर्ट

सूत्रों के अनुसार प्रशांत कुमार की ओर से कांग्रेस के संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट को बेहद गुप्त तरीके से तैयार किया गया है। इस लिस्ट को तैयार करने में उन कार्यकर्ताओं की मदद ली गई है जो कि कांग्रेस में लंबे समय से सक्रिय हैं। इनसे न केवल पीके और उनकी टीम ने विस्तृत ब्यौरा तैयार किया है, बल्कि उनसे गुप्त मुलाकात भी की है। सबसे रोचक बात यह है कि खुद संभावित उम्मीदवार को भी इस बात की खबर नहीं है। पीके की ओर से इसको लेकर कांग्रेस हाईकमान के साथ कई दौर की चर्चा भी की जा चुकी है। हालांकि सूत्रों के अनुसार शुरुआती दौर में पीके की लिस्ट को लेकर कई वरिष्ठ कांग्रेसियों ने आपत्तियां भी दर्ज कराई, लेकिन राजबब्बर को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद यह संदेश साफ हो गया कि पीके की ओर से लिए गए फैसले को ही हाईकमान की ओर से हरी झंडी दी जाएगी।