नई दिल्ली (एएनआई)। Nirbhaya Case In Rajya Sabha निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का मामला सड़क से संसद तक गूंज रहा है। इस मामले को आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने आज मंगलवार को राज्यसभा में उठाया। सांसद संजय सिंह ने 2012 में दिल्ली के निर्भया सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों को मौत की सजा में तेजी लाने की मांग पर शून्यकाल में नोटिस दिया। उन्होंने कहा कि मैं फांसी के लिए राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप करने की अपील करता हूं। दिल्ली की एक अदालत ने पिछले हफ्ते चार दोषियों - अक्षय ठाकुर, मुकेश सिंह, पवन गुप्ता और विनय शर्मा की फांसी के आदेशों पर रोक लगा दी, जो पहले 1 फरवरी को होने वाली थी।

केंद्र सरकार ने एक याचिका दाखिल की

निर्भया के दोषियों की फांसी पर रोक के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में शनिवार को केंद्र सरकार ने एक याचिका दाखिल की थी। इसके बाद दिल्‍ली हाईकोर्ट ने रविवार को निर्भया के दोषियों की फांसी पर रोक को चुनौती देने वाली केंद्र और तिहाड़ जेल की याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। इससे पहले सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि दोषियों की ओर से फंसी की सजा को जानबूझकर टालने की कोशिश हो रही है। इसमें देर न किया जाना ही न्‍याय के हित में है।

इस मामले ने देश को झकझोर कर रख दिया

बता दें कि साल 2012 के निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले ने देश को झकझोर कर रख दिया था। 16 दिसंबर, 2012 की रात को दिल्ली में एक चलती बस में 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा के साथ 6 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म करने के साथ ही उसे चलती बस से बाहर फेंक दिया था। उसकी 29 दिसंबर, 2012 को उपचार के दाैरान माैत हो गई थी। मामले के 6 दोषियों में एक नाबालिग था जो बाद में रिहा हो गया और एक अन्य आरोपी ने कथित ताैर तिहाड़ जेल में सुसाइड किया था।

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