सदर तहसील के आसपास की दुकानों के सीसीटीवी से मिले हत्यारों के अहम सुराग

क्राइम ब्रांच और पुलिस ने घटना स्थल का दोबारा मुआयना किया

VARANASI

सदर तहसील में दिनदहाड़े ट्रांसपोर्टर नितेश सिंह उर्फ बबलू की हत्या के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है। बनारस में बढ़े क्राइम से चिंतित डीजीपी ओपी सिंह की नाराजगी के बाद स्थानीय अधिकारी एक्टिव हो गए हैं। ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में मंगलवार को एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने शिवपुर थाना प्रभारी निरीक्षक इंद्रभूषण यादव को निलंबित कर दिया है। क्राइम ब्रांच के अलावा पुलिस की टीम ने तहसील के आसपास कुछ प्रतिष्ठानों के सीसीटीवी कैमरों से मिली तस्वीरों के आधार घटना स्थल का दोबारा मुआयना किया। नितेश के मोबाइल की काल डिटेल से भी कुछ सुराग मिला है।

अपराधियों से थे रिश्ते

नितेश सिंह की पांचू-बंशी से भी नजदीकियां रहीं। दोनों के एनकाउंटर के वर्षो बाद सामने आए पांचू के भाई इंद्रदेव उर्फ बीकेडी से भी नितेश के गहरे रिश्ते थे। इधर, शहर के तमाम अन्य अपराधियों से भी नितेश का संपर्क था। माना जा रहा है कि बीकेडी से रिश्तों के कारण ही बबलू किसी गिरोह के निशाने पर आ गया। एक चर्चा यह भी है कि इन दिनों पुलिस और विपक्षियों से करीबी के कारण बीकेडी गिरोह ने ही शक में नितेश को रास्ते से हटा दिया है। हालांकि पुलिस अधिकारी इस पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

झुन्ना पर हत्या का शक

हत्या के पीछे आशंका यह भी है कि बांदा जेल में बंद फतेहपुर खागा के शातिर अजय उर्फ विजय से विवाद है। अजय उर्फ विजय से बबलू का लेनदेन का विवाद था। अजय की मदद की गुहार अनसुनी करने पर नितेश को गोलियों का शिकार बना। अजय उर्फ विजय से झुन्ना की नजदीकियां रही हैं। आशंका है कि झुन्ना ने हत्याकांड को अंजाम दिया होगा।

सीसी टीवी से मिली तस्वीरें

सदर तहसील के आसपास कुछ प्रतिष्ठानों के सीसीटीवी कैमरों से पुलिस को कुछ तस्वीरें मिली हैं। उसी के आधार पर मंगलवार को क्राइम ब्रांच ने तहसील परिसर और आसपास का दोबारा मुआयना किया। इसके अलावा नितेश के मोबाइल की काल डिटेल से भी कुछ सुराग मिला है। सोमवार को एक वायरल फोटो के आधार पर पकड़े गए पल्सर सवार दो युवकों को छोड़ दिया गया है। पीछे बैठे नीली शर्ट वाले युवक की गफलत में पुलिस ने उन्हें पकड़ा था।