नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यातायात नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माना ठोंकने की प्रक्रिया पर कहा कि सरकार की आम आदमी पर भारी चालान लगाने की कोई इच्छा नहीं है लेकिन कोशिश है कि सभी लोग यातायात नियमों का पालन करें। मुद्दा यह है कि ऐसा समय आना चाहिए कि किसी को दंड न मिले और सभी लोग नियमों का पालन करें। देश में हर साल लगभग 5 लाख दुर्घटनाएं होती हैं। इसमें 18 से 35 वर्ष की आयु में 65 प्रतिशत लोग जान गंवा दे देते है।

कानून के लिए सम्मान और भय भी होना चाहिए

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्या लोगों की जान नहीं बचाई जानी चाहिए?  कानून के लिए सम्मान और भय भी होना चाहिए। गडकरी की टिप्पणी देश के विभिन्न हिस्सों से उन रिपोर्टों पर आई हैं जिनमें 50,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया है। उन्होंने कहा कि शराबी ऑटो-रिक्शा चालक बिना ड्राइविंग लाइसेंस के था। अगर ऐसे में कोई दुर्घटना होती है तो काैन जिम्मेदार होगा?  हाल ही में सरकार ने नए मोटर व्हीकल एक्ट में संशोशन किया गया हैं। इसके बाद से यातायात नियम उल्लंघन मामले में जुर्माने की राशि 10 गुना बढ़ा दी है। मोटर व्हीकल एक्ट : आज से बदलेंगे नियम बढ़ी जुर्माने की रकम, सड़कों पर होगी सख्ती

ऑटो-मोबाइल को मंदी का सामना करना पड़ रहा

वहीं यह पूछे जाने पर कि क्या देश में आर्थिक मंदी है ?  इस पर उन्होंने कहा कि सच है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था, मांग और आपूर्ति और व्यावसायिक कारकों के कारण ऑटो-मोबाइल को मंदी का सामना करना पड़ रहा है। मौजूदा आंकड़ों से पता चलता है कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र परेशानी का सामना कर रहा है। हम इसका समाधान निकालेंगे। सरकार ऑटोमोबाइल उद्योग के साथ खड़ी है। साथ ही सड़क यातायात और राजमार्ग मंत्री ने जोर देकर कहा कि हम वित्त मंत्रालय के निर्देशन में इस समस्या का हल ढूंढेंगे।

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