PATNA : बिहार पुलिस मुख्यालय पता शुक्रवार को बदल गया। अब पुलिस मुख्यालय का पता सरदार पटेल भवन, बेली रोड पटना होगा। 305 करोड़ रुपए की लागत से तैयार इस भवन का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। गौरतलब है कि वर्ष 2017 से पुलिस का मुख्यालय पुराना सचिवालय में चल रहा था।

हाईटेक है पुलिस मुख्यालय

बिहार पुलिस मुख्यालय का नया भवन यह कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। यह भवन भूकंपरोधी बनाया गया है जो रिक्टर स्केल पर आठ की तीवत्रता से आने वाले भूकंप के झटकों को आसानी से झेल लेगा। साथ ही इस बिल्डिंग में आपदा प्रबंधन का भी कई इंतजाम भी किए गए है। मुख्यालय भवन की छत पर हैलीपैड भी बनाया गया है।

109 भवनों का हुआ उद्घाटन

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर 26 नए थानों के साथ-साथ 109 पुलिस भवनों का भी उद्धघाटन किए। इसके अलावा 39 पुलिस भवनों के निर्माण का शिलान्यास भी किया गया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सहित बिहार सरकार के कई मंत्री और अधिकारी उपस्थित थे। नए पुलिस मुख्यालय भवन को सोलर पावर से लैस किया गया है।

74 साइबर क्राइम यूनिट बनेगी

सरकार ने साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए कवायद शुरू कर दी है। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य में साइबर अपराध और धोखाधड़ी रोकने के लिए सभी 38 जिलों में कुल 74 साइबर क्राइम एंड सोशल मीडिया यूनिट का गठन किया जा रहा है। इसमें से 60 यूनिट इस महीने तक काम करने लगेंगे। इसके अलावा सोशल मीडिया में अफवाह फैलाकर अशांति पैदा करने वालों से निपटने के लिए प्रत्येक थाने में साइबर सेनानी तैनात किए जाएंगे। महिलाओं व बच्चों के खिलाफ होने वाले साइबर अपराध रोकने के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। साइबर क्राइम एंड सोशल मीडिया यूनिट के लिए 740 पद स्वीकृत किए गए हैं। प्रत्येक यूनिट में 10-10 लोग तैनात किए जाएंगे। फेसबुक, ट्विटर का दुरुपयोग कर अफवाह और समाज में अशांति फैलाने वालों पर कार्रवाई के लिए प्रत्येक थाने में 100-100 साइबर सेनानी तैनात किए जाएंगे।

कानून का राज कैसे कायम रहेगा, सोचें अधिकारी

शराबबंदी के बाद भी पकड़ी जा रही शराब की खेप पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस अफसरों को कहा कि अंदर-अंदर कैसा तंत्र चल रहा है उसके बारे में भी सोचें। विधि व्यवस्था नियंत्रण की बात उठाते हुए उन्होंने कहा कि यह विचारिए कि कि कानून का राज कैसे कायम रहेगा? उन्होंने यह सवाल भी किया क्या पब्लिक को भगवान और क्रिमिनल के भरोसे छोड़ दीजिएगा।

चैंबर आराम के लिए नहीं मिला है

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस मुख्यालय के स्तर से थानों तक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मॉनीट¨रग की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी बात को प्रेम से सुनिए और उस पर काम कीजिए। इससे बिहार की जनता का विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि चैंबर आराम से बैठने के लिए नहीं मिला है.मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के लिए वाहन, हथियार, टेक्नोलॉजी व बल बढ़ाने में सरकार जरा भी विलंब नहीं करती है। अब तो पुलिस को देखना है। पेट्रोलिंग को बढ़ाया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पुलिस बल पर यह भरोसा है कि वह कठिन से कठिन परिस्थिति में जूझती है। झगड़े को दंगे में तब्दील नहीं होने देती है। यह शिकायत भी कभी नहीं मिली कि पुलिस की मानसिकता सांप्रदायिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पुलिस वाले समाज सुधार के काम में लग जाएंगे तो उसका असर पड़ेगा।