PATNA : बिहार में पिछले एक महीने से जारी सियासी उठापटक के बाद आखिरकार नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लेते हुए बुधवार को सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं पीएम मोदी ने नीतीश कुमार को इस्तीफा देने के बाद बधाई दी है।

नीतीश कुमार ने इस्तीफे के बाद कहा कि उन्होंने गठबंधन धर्म का पालन किया। इस माहौल में मेरे लिए काम करना, नेतृत्व करना संभव नहीं। हमने कभी किसी का इस्तेमाल नहीं किया। जो भी आरोप लगे हैं उन्हें एक्सप्लेन कीजिए। आम जनता के बीच जो अवधारणा बन रही है उसे ठीक करने की जरूरत है।

हमने किसी का इस्तीफा नहीं मांगा है। यह हमारे अंतरात्मा की आवाज है। यह कोई संकट नहीं है। यह अपने आप लाया गया संकट है। हमने इतने दिनों तक इंतजार किया और लगा कि अब काम नहीं हो पाएगा। राहुल गांधी से भी इस्तीफे की बात हुई है। हमने नोटबंदी का समर्थन किया। इस पर ना जाने क्या-क्या आरोप लग गए। हमने जो जनहित में था उसका समर्थन किया।

उधर नीतीश कुमार के इस्तीफा देने के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर बधाई दी। उन्होने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में जुड़ने के लिए नीतीश कुमार जी को बहुत-बहुत बधाई। सवा सौ करोड़ नागरिक ईमानदारी का स्वागत और समर्थन कर रहे हैं देश के, विशेष रूप से बिहार के उज्जवल भविष्य के लिए राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर भ्रष्टाचार के खिलाफ एक होकर लड़ना,आज देश और समय की मांग है।

वहीं बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा नीतीश जी अटल जी के समय से भाजपा के साथ थे। हमने नीतीश जी को नहीं छोड़ा उन्होंने बीजेपी को छोड़ा था। ये महागठबंधन बेमेल था। नीतीश कुमार से हाथ मिलाने की बात पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अभी देखना होगा कि नीतीश कुमार और लालू यादव का अगला कदम क्या होगा।

इससे पहले बुधवार की सुबह ही पार्टी के वरीय नेता और प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने इस बात के संकेत दिये थे। तेजस्वी पर इस्तीफे के लिये बन रहे दबाव के बाद भी उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया था जिसके बाद से ही ये कयास लगाये जा रहे थे कि सीएम नीतीश कुमार अपने पद से कभी भी इस्तीफा दे सकते हैं।

बुधवार को लालू और तेजस्वी ने विधानमंडल की बैठक के बाद एक बार फिर से इस्तीफा न देने की बात कही थी जिसके बाद से ही जेडीयू के विधानमंडल दल की बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा था।

सरकार चलाना मुश्किल हो गया था- नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि जितना संभव हो सका, उन्होंने गठबंधन धर्म का पालन करने की कोशिश की, लेकिन बीते घटनाक्त्रम में जो चीजें सामने आईं उसमें काम करना मुश्किल हो गया था।

नीतीश ने कहा, मैंने इन ख्0 महीनों में जितना हो सका, सरकार चलाने की कोशिश की। लेकिन इस बीच जो हालात बने, जिस तरह की चीजें उभरकर सामने आईं, उसमें काम करना, नेतृत्व करना संभव नहीं रह गया था। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव प्रकरण पर नीतीश ने कहा, च्हमने कभी किसी का इस्तीफा नहीं मांगा था, बल्कि उनका पक्ष मांगा थाच् तेजस्वी और लालू यादव से हमने कहा था कि जो भी आरोप लगे हैं, उसे लोगों के बीच साफ करें.च्