- विधान परिषद् चुनाव के लिए सीटों का हुआ बंटवारा

- लालू-नीतीश एक हो गए, अब दावों का दौर

PATNA : लालू और नीतीश एक हो गए। अब आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन विधान सभा चुनाव में एनडीए से भिड़ेगा। दिल्ली में मुलायम सिंह यादव ने लालू प्रसाद की उपस्थिति में जैसे ही ये घोषणा की कि नीतीश कुमार सीएम पोस्ट के कैंडिडेट होंगे तो जेडीयू में खुशी दौड़ गई। नीतीश के आवास और जेडीयू ऑफिस पर समर्थकों का जमना शुरू रहो गया। बहुत ज्यादा खुशी का इजहार जेडीयू ने नहीं किया, लेकिन खुशी देखते बन रही थी। दूसरी तरफ हर ओर इसी की चर्चा रही कि लालू बैकफुट पर चले गए। इसी के साथ एक्स सीएम जीतन राम मांझी के लिए आरजेडी के दरवाजे बंद हो गए। फूड और इंडस्ट्री मिनिस्टर श्याम रजक ने कहा कि जनता परिवार की एकता का संदेश सुनकर सांप्रदायिक ताकतों के साये में राजनीति करने वाली पार्टी के नेताओं में बेचैनी समा गई है। बिहार की मांग नीतीश कुमार हैं।

फिर मजा चखाएगी जनता : रूडी

सेंट्रल मिनिस्टर राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि विलय की शक्ल नहीं पा सकेगा गठबंधन। लोकसभा में लालू प्रसाद और नीतीश कुमार को जनता ने मजा चखा दिया है। जनता एक बार फिर मजा चखाएगी। बीजेपी पर इस गठबंधन का कोई असर नहीं होगा। रूडी ने कहा कि नीतीश ने लालू राज को जंगल राज कहा था।

विधान परिषद् के लिए सीटों का बंटवारा

विधान परिषद् के लिए होने वाले चुनाव के लिए आरजेडी और जेडीयू ने आपस में क्0-क्0 सीटें बांटी हैं जबकि तीन सीटें कांग्रेस और एक एनसीपी को दिये जाने की खबर है।