RANCHI: निर्भया के गुनहगारों को जमीं खा गई या आसमान निगल गया। आखिर यह तफ्तीश कब पूरी होगी। दरअसल, क्म् दिसंबर की रात सदर थाना क्षेत्र के बूटी मोड़ में हुए निर्भया कांड के क्7 दिन बीत गए। लेकिन, उसके गुनहगारों को दबोचने में पुलिस अब तक विफल रही है। जबकि एडीजी ने ख्ब् घंटे में दरिंदों को गिरफ्तार करने का दावा किया था। फिर डीजीपी ने दो दिनों की मोहलत मांगी। लेकिन पुलिस के सारे दावे खोखले साबित हुए। यहां तक कि पिछले दिनों सीएम ने भी दो दिनों में कांड के खुलासे की बात कही थी। यह समय भी खत्म हो गया, लेकिन अपराधी अब तक पकड़ में नहीं आए हैं।

क्या कर रहीं भ्-म् जांच टीम

निर्भयां कांड की जांच में पांच-छह तरह की पुलिस टीम जुटी हुई है। रांची पुलिस, एसआईटी, खुफिया विभाग, साइबर सेल, सीआईडी वगैरह-वगैरह। पूरी ताकत, पूरी तकनीक, पर सब फेल। निर्भया के साथ जैसा सलूक किया गया, वो बेइंतहा दरिंदगी है। लेकिन, अब तक पुलिस के हाथ गुनहगारों के गिरेबां तक नहीं पहुंचने से कई सवाल उठने लगे हैं।

पुलिस जांच जारी है, पर जनता को नतीजे का बेसब्री से इंतजार है। गुनाह की उस काली रात ने अपराधियों का चेहरा कहां छुपा दिया। कहां हैं गुनाहगार। उन्हें जमीं खा गयी या आस्मां निगल गया। पुलिस की तफ्तीश कब पूरी होगी। यह सवाल अब सालने लगा है।

सिर्फ कयास लगा रही पुलिस

निर्भया कांड में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कभी गुनहगार लड़की का परिचित बताया जा रहा हैं, जो उसकी गतिविधियों से वाकिफ था। कहा गया कि रेकी की गयी थी, मौका-ए-वारदात से चंद मीटर दूर ही शराबियों का अड्डा है। रूम से बाहर निकल कर वाशरूम जाने के दौरान शायद लड़की को दबोचा गया। लेकिन, इन तमाम कयासों के बावजूद पुलिस अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है।

सिल्ली, बरकाकाना के लोग भी आहत

बूटी मोड़ में इंजीनियरिंग की जिस छात्रा की रेप के बाद जला कर हत्या कर दी गई थी। उसके पिता बरकाकाना में कोल इंडिया की कंपनी में कार्यरत हैं। पूरा परिवार वहीं रहता है। वहीं, सिल्ली में उनका पैतृक आवास है, जहां छात्रा के शव का दाह-संस्कार किया गया था। इस निर्भया कांड की तफ्तीश से राजधानी रांची ही नहीं, बल्कि बरकाकाना व सिल्ली के लोग भी सकते में हैं। आखिर अब तक गुनहगार पकड़े क्यों नहीं गए।