-राज्य में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने, गौवंश में 90 परसेंट बछिया उत्पादन के लक्ष्य पर काम शुरू

-13 डिस्ट्रिक्स में 2 लाख शॉर्टेड सीमेन का टारगेट तय, दून से 10 हजार की डिमांड

देहरादून, दून सहित राज्यभर में आवारा पशुओं पर कंट्रोल रखने व दुधारु पशुओं को बढ़ावा दिए जाने वाले एक्शन प्लान का काम शुरू हो चुका है। यही वजह है कि ऋषिकेश में पांच माह पहले शुरू हुए सेक्स शॉर्टेड सीमेन लैब से लाखों की तादात में सीमेन तैयार किए जा रहे हैं। इसके लिए इस फाइनेंशियल ईयर में दो लाख सेक्स सीमेन का टारगेट रखा गया है। जिसमें उधमसिंहनगर सबसे आगे है, जबकि देहरादून में 10 हजार सीमेन के ऑर्डर दिए गए हैं। वैटनरी डिपार्टमेंट का दावा है कि सेक्स शॉर्टेड सीमेन के जरिए 90 परसेंट तक गोवंश से बछिया ही पैदा होंगी। इधर, वैटनरी डिपार्टमेंट अब नगर निकायों से आग्रह कर रही है कि वे अपने क्षेत्रों में इस सीमेन को अनिवार्य कर दें।

उधमसिंह नगर से 50 हजार की डिमांड

केंद्र सरकार की राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत देशभर में 90 परसेंट गौवंश में बछिया पैदा होने का दावा है। उत्तराखंड में भी ऋषिकेश में उत्तराखंड लाइव स्टोक डेवलेपमेंट बोर्ड के तहत लैब की शुरुआत हुई। इसके लिए लैब से पूरे प्रदेश में सीमेन डिस्ट्रिब्यूट किए जा रहे हैं। 2 लाख सीमेन का टारगेट रखा गया है। सबसे ज्यादा डिमांड 50 हजार ऊधमसिंह नगर से आई है। जबकि, देहरादून से 10 हजार की डिमांड भेजी गई है। डिपार्टमेंट का कहना है कि इसके लिए अभी प्रचार-प्रसार की जरूरत बाकी है। जिससे लोगों में सीमेन को लेकर दिलचस्पी हो और अक्सर सड़कों पर दिखाई देने वाले आवारा गौवंश पर कंट्रोल किया जा सके। बताया गया है कि सीमेन के जरिए न केवल 90 परसेंट बछिया ही पैदा होंगी, बल्कि 2020 तक पीएम के किसानों की आय को दोगुना करने पर भी बल मिल पाएगा।

विदेशी ब्रीड के लिए छूट नहीं

दून के चीफ वेटनरी ऑफिसर व ज्वाइंट डायरेक्ट डा। एसबी पांडे ने बताया कि शॉर्टेड सीमेन के बाद राजधानी की सड़कों पर गौवंश कम नजर आएगा। 10 हजार सीमेन की डिमांड भेजी गई है। जिसके जरिए वेटनरी के 30 हॉस्पिटल्स व 35 पशु सेवा केंद्रों पर ये सीमेन उपलब्ध हो पाएंगे। बताया कि इंडियन गौवंश की ब्रीड में केंद्र, राज्य व जिला प्लान से छूट मिलने के बाद फॉमर्स को केवल 160 रुपए में सीमेन उपलब्ध हो पाएगा। इंडियन ब्रीड में साहीवाला, सिंधी जैसी ब्रीड शामिल हैं, लेकिन विदेशी ब्रीड के लिए सीमेन की कीमत 750 रुपए ही होगी। इसमें कोई छूट का प्रावधान नहीं है।

नॉर्मल गर्भाधान की संख्या 7 लाख

बताया जा रहा है कि अब तक स्टेट में गौवंश में करीब 7 लाख नॉर्मल गर्भाधान हो पाता था। लेकिन इसमें बछिया पैदा होने की संभावना 50 परसेंट तक की रहती थी। लेकिन शॉर्टेड सीमेन के जरिए 90 परसेंट बछिया की पूरी संभावना है।

ऋषिकेश में हो रहा प्रोडक्शन

इस वर्ष मार्च में राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत देश की पहली सेक्स शॉर्टेड सीमेन प्रोडक्शन लैब का उद्घाटन ऋषिकेश में हुआ और इसी दिन से प्रोडक्शन भी शुरू हुआ। जिसके तहत दावा किया जा रहा है कि लैब से तेयार सेक्स सॉर्टेड सीमेंस से 90 परसेंट से अधिक गोवंश सिर्फ बछिया ही पैदा हो पाएंगे। उत्तराखंड लाइवस्टोक डेवलपमेंट बोर्ड (यूएलडीबी) वैटनरी डिपार्टमेंट की ओर से तैयार की गई सेक्स शॉर्टेड सीमेन प्रोडक्शन लैब का उद्घाटन सीएम ने किया। हालांकि इस लैब का काम मार्च से करीब छह माह पहले हो चुका था।

गौवंश पर एक नजर

-उत्तराखंड में करीब 20 लाख गोवंश

-इसमें 9.88 लाख महिष वंश।

-गोवंश में 5.42 देशी नस्ल, 2.56 लाख क्रॉस ब्रीड शामिल।

-सेक्स सीमेन की कीमत 1150 रुपए।

-इसमें केंद्र सरकार दे रही 390 की छूट।

-राज्य सरकार की ओर से है 400 रुपए की छूट।

-केंद्र व राज्य सरकार से छूट के बाद कीमत 360 रुपए।

-जिलों में जिला योजना से मिल रहा 200 रुपए की छूट।

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दून से भी अच्छी डिमांड भेजी गई है। केंद्र व राज्य सरकार के छूट मिलने के बाद जिला प्लान से भी 200 रुपए की छूट मिल पा रही है। फॉर्मर्स को इसके बाद गौवंश की बछिया प्राप्त करने के लिए महज 160 रुपए करने होंगे।

-डा। एसबी पांडेय,

जेडी व सीवीओ देहरादून।

लैब के शुरू हुए अभी काफी कम वक्त हुआ है। इसके वाबजूद 2 लाख सीमेन डिस्ट्रिब्यूट करने का टारगेट रखा गया है। प्रचार-प्रचार पर जोर दिया जा रहा है। निकायों को भी लैब से डेवलेप्ड सीमेन पर अनिवार्य कर देने की उपेक्षा है। जिससे गौवंश के आवारापन दिखने में कमी आ सके।

-डा। एनएस नयाल,

सीईओ, सीमेन शॉर्टेड लैब, ऋषिकेश।