जिनेवा (आईएएनएस)विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोरोना वायरस के इलाज के लिए कई उपचार क्लीनल ट्रायल के तहत हैं लेकिन उनमें से अभी तक किसी को भी मंजूरी नहीं मिली है। डब्ल्यूएचओ के हेल्थ इमर्जेंसी प्रोग्राम के लिए तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने शुक्रवार को जिनेवा में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'कोविड-19 के इलाज के लिए सैकड़ों उपचार का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है और इन अध्ययनों के परिणामों के लिए हमें प्रतीक्षा करने की आवश्यकता है क्योंकि वे मूल्यांकन कर रहे हैं कि ये दवाएं कैसे काम करती हैं। साथ ही शोधकर्ता यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह दवाएं संक्रमण को रोकने में सक्षम हैं या नहीं। इसके अलावा, यह भी पता लगाया जा रहा है कि वे कितनी सुरक्षित हैं, क्या उनका कोई दुष्प्रभाव है।'

डब्ल्यूएचओ ने लॉन्च किया है सॉलिडैरिटी ट्रायल

बता दें कि अभी, डब्ल्यूएचओ ने 'सॉलिडैरिटी ट्रायल' लॉन्च किया है। इसमें कुछ दवाओं का क्लीनिकल ट्रायल कर यह पता लगाया जा रहा है कि वह कोरोना के लिए सुरक्षित व प्रभावी हैं या नहीं। मरिया ने कहा, 'इस बहु-साइट क्लिनिकल परीक्षण में 2,500 से अधिक मरीज नामांकित हैं, हमें इस बात का उत्तर पता करने में कुछ समय लगेगा कि कौन से उपचार काम करते हैं, लेकिन अभी हमारे पास कोविड-19 के लिए कोई अनुमोदित उपचार नहीं है।' वहीं, डब्ल्यूएचओ हेल्थ इमर्जेंसी प्रोग्राम के कार्यकारी निदेशक माइकल रयान ने बुधवार को एक समाचार ब्रीफिंग में कहा, 'यह वायरस कभी दूर नहीं जा सकता।' उन्होंने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या उम्मीद से कम है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के बिना, इम्युनिटी के पर्याप्त स्तर का निर्माण करने में आबादी के लिए वर्षों लग सकते हैं। रयान ने कहा, 'यह वायरस हमारे समुदायों में सिर्फ एक और स्थानिक वायरस बन सकता है, हालांकि अन्य बीमारियां जैसे कि एचआईवी कभी भी खत्म नहीं हुई हैं, लेकिन लोगों को बीमारी के साथ रहने के लिए प्रभावी उपचार विकसित किए गए हैं।'

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