गांधी के अलावा कोई और नहीं

इस पूरे मामले पर वित्त मंत्री अरूण जेटली ने लोकसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सरकार की सलाह पर रिजर्व बैंक ने अक्टूबर 2010 में भविष्य के करेंसी नोट के डिजाइन के लिए एक समिति गठन किया गया था, जिसके बाद करेंसी नोटों पर बापू की जगह किसी और का चित्र लगाने के विषय में विचार विमर्श किया जा रहा था, लेकिन अब समिति ने फैसला लिया है कि नोटों पर महात्मा गांधी का ही चित्र रहेगा. इसमें किसी भी तरीके का कोई फेरबदल नहीं होगा.

जांच के बाद एटीएम में लगाएं नोट

जेटली ने कहा कि इस दौरान यह बात सामने आई है कि भारतीय मूल्यों और सदाचार के प्रतिनिधित्व के लिए महात्मा गांधी से बढ़ कर कोई और नेता नहीं है. वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल के दौरान एटीएम से नकली नोट निकलने की 21 शिकायतें मिलीं हैं. जिसमे रिजर्व बैंक ने इस संबंध में बैंकों को निर्देश जारी कर कहा था कि 100 रूपए या इससे अधिक राशि के नोटों की अच्छी तरह जांच करने के बाद ही एटीएम में लगावाए जाएं.

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