- यूनिवर्सिटी के सभी हेड ऑफ डिपार्टमेंट को जारी किया गया कड़ाई से पालन कराने का निर्देश

GORAKHPUR:

अगर आप गोरखपुर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स हैं और आपने किसी स्टूडेंट के साथ मारपीट की तो आपकी खैर नहीं होगी। मारपीट की घटना होने तथा पुलिस केस दर्ज होने पर यूनिवर्सिटी प्रशासन आपको सस्पेंड कर सकता है। इसके लिए सभी डिपार्टमेंट के एचओडी को निर्देश भी जारी कर दिया गया है।

7 दिसंबर को हुई थी मारपीट की घटना

बता दें, डीडीयूजीयू कैंपस में मारपीट के मामले में बुधवार को दो स्टूडेंट को सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही कैंपस में प्रवेश पर भी बैन लगा दिया है। चीफ प्राक्टर प्रो। प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि 7 दिसंबर को सुबह 11.10 बजे स्वामी विवेकानंद हॉस्टल के सामने एलएलबी फ‌र्स्ट सेमेस्टर के स्टूडेंट द्वारा यादव पुत्र रामदास यादव के साथ बीए सेकेंड इयर के स्टूडेंट शुभम सिंह पुत्र राणा प्रताप और बीए सेकेंड इयर के स्टूडेंट किशुन सिंह पुत्र भूपेंद्र सिंह ने मारपीट की। इस मामले में कैंट थाने में मुकदमा भी दर्ज हुआ है। बताया जा है कि जांच की कार्यवाही पूरा होने तक शुभम सिंह व किशन सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।

स्टूडेंट्स के खिलाफ होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई

चीफ प्रॉक्टर प्रो। प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि यूनिवर्सिटी में एग्जाम चल रहा है। ऐसे में बाहरी तत्वों के एंट्री पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। इसके लिए मेन गेट पर ही आईकार्ड चेकिंग भी शुरू करा दिया गया है। इसके बाद भी अगर कोई स्टूडेंट्स अपने साथ बाहरी तत्वों के प्रवेश के लिए जिद्द करता है तो उसके एचओडी से बात कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

एलआईयू भी रख रही निगरानी

यूनिवर्सिटी कैंपस में होने वाली तमाम गतिविधियों पर एलआईयू की टीम भी पैनी नजर रखी हुई है। हालांकि एलआईयू की टीम ने मेन गेट पर ही स्टूडेंट्स की गतिविधियों पर नजर रख रही है। जिसकी रिपोर्ट वह सीधे शासन को करेगी।

वर्जन

कोई भी स्टूडेंट बाहरी तत्वों के साथ कैंपस में प्रवेश नहीं कर सकता है। अगर वह ऐसा करने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

प्रो। प्रदीप कुमार यादव, चीफ प्राक्टर, डीडीयूजीयू

कोट्स

कैंपस में पढ़ाई का वातावरण हो, इसके लिए हम स्टूडेंट को भी यूनिवर्सिटी प्रशासन का सहयोग करना होगा। सख्ती बहुत जरूरी है।

श्रेयांशु, स्टूडेंट

कैंपस के भीतर मारपीट की घटना निंदनीय है। यूनिवर्सिटी प्रशासन की यह सख्ती सराहनीय है। इसके लिए हम सभी का सहयोग रहेगा।

जितेंद्र, स्टूडेंट

यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा सख्ती के जो निर्णय लिए गए हैं। उसमें हम सब सहयोग करेंगे। किसी भी कीमत पर बाहरी तत्वों का प्रवेश नहीं होने देंगे।

शिव शंकर गौड़, स्टूडेंट

कैंपस के भीतर डिसिप्लीन बहुत जरूरी है। मारपीट की घटना नहीं होनी चाहिए। स्टूडेंट्स को मारपीट नहीं करना चाहिए।

सतीश प्रजापति, स्टूडेंट