RANCHI: अब लगता है बूटी सदर में कातिलों के हाथ मारी गई 'निर्भया' को न्याय दिलाने में रांची पुलिस ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। सदर थाना क्षेत्र के बूटी मोड़ में क्भ् दिसंबर की रात बीटेक छात्रा की गैंगरेप के बाद गला दबाकर हत्या व जलाए जाने के मामले में पुलिस के हाथ अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। बकौल मृतका के पिता अब वे नाउम्मीद हो गए हैं। उम्मीद खत्म होने लगी है। निर्भया को न्याय दिलाने के लिए पूरे परिवार की अपील, मुख्यमंत्री रघुवर दास की अनुशंसा के बाद भी सीबीआई द्वारा मामले को नहीं लिया गया है। लगता है कि अब निर्भया हत्याकांड गुमनामी के अंधेरे में समा जाएगा।

सीआईडी, फोरेंसिंक सब फेल

निर्भया कांड के डेढ़ माह बाद भी पुलिस को अपराधियों का सुराग नहीं मिल सका है, जबकि इस केस में मुख्यमंत्री, डीजीपी से लेकर एडीजी सीआइडी तक की मॉनिटरिंग में छानबीन चलती रही। फोरेंसिक जांच भी हुए पर रिजल्ट अभी जीरो है।

घटनास्थल बना पुलिस टीओपी

जिस जगह पर निर्भया की हत्या हुई है। उसके बगल में ही पुलिस ने टीओपी बना लिया है। उस टीओपी में पुलिस के जवान रहते हैं और जगह की देख-रेख करते हैं।

सीएम ने की थी घोषणा

निर्भया कांड के 8 दिन बाद भी रांची पुलिस को कोई सुराग नहीं मिलने पर मामला सीएम तक पहुंचा। इसके बाद फ् जनवरी को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सीबीआई जांच की अनुशंसा केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजने का निर्देश राज्य के अधिकारियों को दिया था।

कई बार धरना-प्रदर्शन

रांची की निर्भया कांड के खिलाफ छात्रों का आक्रोश बढ़ता गया। पूर्व में कई निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों ने एनएच फ्फ् पर प्रदर्शन किया। सड़कों पर हाय-हाय के नारे लगाए थे।

ञ्जद्बद्वद्गद्यद्बठ्ठद्ग

क्म् दिसंबर, ख्0क्म् : सुबह 8 बजे निर्भया कांड के बारे में पुलिस को सूचना मिली। जांच शुरू हुई।

क्7 दिसंबर, ख्0क्म् : शव का अंतिम संस्कार किया गया। शक के आधार पर छह युवकों को उठाया, पूछताछ कर छोड़ा।

क्8 दिसंबर, ख्0क्म् : फोरेंसिक की टीम ने घटनास्थल की सूक्ष्म जांच की। शहर में आक्रोश पनपा।

क्9 दिसंबर, ख्0क्म् : एक हजार छात्रों ने बूटी मोड़ चौराहे को ब् घंटे तक जाम किया। पुलिस ने फिर चार को हिरासत में लिया पूछताछ के बाद छोड़ा।

ख्0 दिसंबर, ख्0क्म् : पुलिस का दावा शीघ्र खुलासा कर लेंगे। थोड़ा वक्त जरूर लगेगा, साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

ख्क् दिसंबर, ख्0क्म् : निर्भया के कॉलेज जाकर पुलिस ने सहेलियों से जानकारी ली।

ख्ख् दिसंबर, ख्0क्म् : निर्भया को इंसाफ दिलाने के लिए फिर सड़क पर उतरे लोग।

ख्फ्् दिसंबर, ख्0क्म् : कॉलेज की छात्र- छात्राओं ने कहा, मोहल्ले से लेकर कॉलेज तक मनचलों ने किया था छात्रा का पीछा।

ख्ब् दिसंबर, ख्0क्म् : पुलिस ने मोहल्ले के एक-एक घर का ब्योरा व इतिहास खंगाला।

ख्भ् दिसंबर, ख्0क्म् : क्राइम सीन तैयार कर जांच को दिशा देने की कोशिश हुई। छात्रा के मोबाइल, फेसबुक व वाट्सएप तक को खंगाला, पर सुराग नहीं मिला।

ख्म् दिसंबर, ख्0क्म् : मुख्यमंत्री ने छात्रों को दिया 8 घंटे के भीतर कांड को सुलझा लेने का आश्वासन।

ख्7 दिसंबर, ख्0क्म् : कोई उपलब्धि नहीं। प्रदर्शन जारी

ख्8 दिसंबर, ख्0क्म् : मुख्यमंत्री ने कहा, सफेदपोश का हाथ। केस नहीं सुलझा तो सीबीआई को सौंपेंगे

ख्9 दिसंबर, ख्0क्म् : कोलकाता गई टीम को भी सफलता नहीं मिली। टीम वापस लौटी।

फ्0 दिसंबर, ख्0क्म् : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि।

फ्क् दिसंबर, ख्0क्म् : सीएम की डेडलाइन भी खत्म

क् जनवरी, ख्0क्7 : मृतका के वाट्सएप से मिले कई संदिग्ध नंबर।

ख् जनवरी, ख्0क्7 : जांच में प्रगति नहीं।

फ् जनवरी, ख्0क्7 : मुख्यमंत्री ने की सीबीआइ जांच की अनुशंसा।