-एयरफोर्स एरिया में अब नो कंस्ट्रक्शन जोन का घटा दायरा

-आधा दर्जन कालोनियां हो जाएगी वैध

GORAKHPUR: इस दिवाली में एयरफोर्स एरिया के पास करीब पांच हजार घरों में रहने वाले लोगों को बड़ा गिफ्ट मिलने जा रहा है। एयरफोर्स एरिया के इलाकों में अब नो कंस्ट्रक्शन जोन का दायरा घटकर क्00 मीटर हो गया है। पहले यह दायरा 900 मीटर का था। इसे लेकर एयरफोर्स ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) भी दे दिया है। एनओसी मिलते ही जीडीए ने भी इन इलाकों में नक्शा पास करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी महीने प्रस्तावित जीडीए बोर्ड मीटिंग में मंजूरी मिलते ही नक्शा पास करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

आधा दर्जन कॉलोनियों को िमलेगी राहत

एयरफोर्स के आसपास कई इलाकों में नो कंस्ट्रक्शन जोन का दायरा घटने से सैनिक कुंज, सैनिक विहार, अवध विहार, पवन विहार समेत आधा दर्जन कालोनियों के पांच हजार से अधिक मकान वैध होने का रास्ता खुल जाएगा। यही नहीं जो जमीनें खाली हैं, उन पर निर्माण के लिए मानचित्र भी स्वीकृत हो सकेगा। प्राधिकरण के मुताबिक, प्रतिबंध का दायरा घटाने को लेकर जीडीए ने जो ले-आउट एयरफोर्स को भेजा था, उस पर दूसरी बार भी मंजूरी मिलने के साथ ही एयरफोर्स प्रशासन ने अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दे दिया है।

बोर्ड मीटिंग में हुअा था फैसला

फ्0 जुलाई को हुई जीडीए बोर्ड बैठक में तय हुआ था कि जीडीए अपनी महायोजना ख्0ख्क् के मानचित्र में नो कंस्ट्रक्शन जोन में कौन-कौन से इलाके 900 मीटर और कौन से क्00 मीटर में आएंगे, उसे चिह्नित कर एयरफोर्स को भेजेगा। वहां से रजामंदी मिलते ही नो कंस्ट्रक्शन जोन का दायरा बदल दिया जाएगा। 900 मीटर के प्रतिबंध के दायरे को लेकर शुरू से विवाद चल रहा था। इस पर जीडीए के अफसरों ने एयरफोर्स को पत्र लिख पूछा था कि वे कहां तक नो कंस्ट्रक्शन जोन चाहते हैं। एयरफोर्स ने जवाब में जो अपनी रिपोर्ट जीडीए को भेजी थी उसमें कुछ ही इलाकों में उन्होंने 900 मीटर के प्रतिबंध की जरूरत बताई है। उन्होंने यह दायरा मानचित्र पर इंगित कर भेजा था। ऐसे में कोई गड़बड़ी न हो इसलिए इसे इलाकेवार स्पष्ट करने के लिए बोर्ड ने महायोजना के मानचित्र पर कलर कर उसे दोबारा एयरफोर्स को भेजा गया।

वर्जन

कौन से इलाके 900 मीटर में आएंगे और कौन से सौ मीटर में। इसे कलर कर ले-आउट की प्रति एयरफोर्स प्रशासन के पास भेजा गया था। गुरुवार को एयरफोर्स से दोबारा स्वीकृति का पत्र मिल गया है। अब प्रतिबंध का दायरा बदलने की कवायद शुरू कर दी गई है। जल्द प्रस्तावित बोर्ड बैठक में स्वीकृति मिलते ही नक्शा पास करने का काम शुरू होगा

राम सिंह गौतम, सचिव, जीडीए