RANCHI: राजधानी में कोरोना का पॉजीटिव मरीज मिलने के बाद यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या भी अचानक कम हो गई है। रिम्स के इमरजेंसी में भी सन्नाटा पसरा है। इक्का-दुक्का मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। सुपरस्पेशियलिटी कैंपस में तो मरीज ही नहीं दिख रहे हैं। कोरोना के खौफ की वजह से लोग कुछ दिन अपनी बीमारी रोक कर रखने तक के लिए तैयार हैं।

सस्पेक्टेड आ रहे इलाज को

गंभीर मरीजों को छोड़ दिया जाए, तो हॉस्पिटल में कहीं भी भीड़ नहीं है। इमरजेंसी में सुबह से रात तक 40-45 मरीज पहुंच रहे हैं, जबकि इनडोर के मरीजों को छुट्टी देने का सिलसिला जारी है। ऐसे में कोरोना के लक्षण वाले मरीज ज्यादा दिख रहे हैं। हर दिन 100 के करीब पेशेंट्स सिर दर्द, गले में दर्द, खांसी और जुकाम की समस्या लेकर इलाज के लिए आ रहे हैं। ज्यादा दिक्कत होने पर उन्हें आइसोलेशन में भेजा जा रहा है। जरूरत पड़ने पर उनका कोरोना टेस्ट भी तत्काल किया जा रहा है।

न्यू ट्रामा में कोरोना सेंटर

हॉस्पिटल के न्यू ट्रामा सेंटर को इंटेगरेटेड कोरोना सेंटर बनाया गया है। यहां पर हिंदपीढ़ी से मिली एक पॉजिटिव पेशेंट का इलाज चल रहा है। वहीं सस्पेक्टेड मरीजों को भी इलाज के लिए भेजा जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर सुरक्षा के भी पर्याप्त इंतजाम है। चूंकि जानकारी नहीं होने के कारण लोग इमरजेंसी में पहुंच जा रहे है। ऐसे में सस्पेक्टेड लोगों से भी इंफेक्शन होने का डर स्टाफ में बना हुआ है।