आगरा. भीषण गर्मी के चलते मरीजों की संख्या अस्पतालों में बढ़ने लगी है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग संक्रामक रोगों का शिकार हो रहे है. स्वास्थ्य विभाग आगरा के सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने गर्मी और लू से बचने के लिए जनमानस में अलर्ट जारी किया है. सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पतालों में संक्रामक रोगों से बचाव के लिए दिशा निर्देश एवं व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के आदेश दिए गए हैं, लेकिन सरकारी विभाग ही आदेशों की खिल्ली उड़ा रहे हैं. सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर जब व्यवस्था के हालातों का जायजा लिया गया तो वहां सिर्फ बदइंतजामी का नजारा देखने को मिला. विभागों में न ही स्टाफ मौजूद मिला और न ही कोई व्यवस्था. वार्ड में फैली गंदगी अपने आप में सब बयां कर रही थी.
45 डिग्री में भी नहीं हैं कूलर
भीषण गर्मी के चलते एसएन के बाल रोग विभाग में मरीजों की संख्या में तेजी बढ़ोत्तरी हुई है. गर्मी एवं लू के चलते आमजन में तेजी से डिहाइड्रेशन और डायरिया के लक्षण महामारी के रूप में फैलने लगते है. गर्मी और सफाई से दूर एसएन के बाल रोग विभाग में भर्ती मरीजों को पंखे का सहारा लेना पड़ रहा है. पहली मंजिल पर भर्ती मरीजों के किसी कमरे में कूलर नहीं लगे हैं. ऐसी तिलमिलाती गर्मी में भी परिजन अपने नौनिहालों का इलाज कराने को मजबूर हैं.
उफान मार रहे विभाग के शौचालय
बाल रोग विभाग के सभी शौचालयों की हालत इतनी बदतर है कि उसके आस-पास खड़ा होना भी दूभर है. शौचालय चोक हो चुके हैं, लिहाजा पानी शौचालय से बाहर आकर गैलरी में बह रहा है. गंदगी इस कदर फैली हुई है कि भर्ती मरीजों के परिजन अपने मरीज को ईट की मेड़ बनाकर शौचालय तक ले जाने को मजबूर हैं. वहीं परिजन खुद बाहर खुले में नहाने धोने और नित्य क्रिया करने को मजबूर हैं. जबकि संक्रामक रोगों में साफ-सफाई का भी विशेष आदेश जारी किया गया है.
बिखरा पड़ा है मेडिकल वेस्ट
जहां एक ओर मेडिकल वेस्ट का सही से निस्तारण न पाए जाने पर प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस जारी किया जा रहा है. वहीं एसएन मेडिकल कॉलेज में विभागों की गैलरी में वेस्ट बिखरा पड़ा हुआ है. मरीज एवं परिजन उसी को लांघकर निकल रहे हैं. न ही कोई सफाईकर्मी दिखता है न ही कोई अधिकारी जो कि वार्ड की साफ-सफाई पर ध्यान दे.
एटा में हुई डायरिया से मौत
एटा के निधौलीक लां क्षेत्र के गांव रामनगर में डायरिया से एक वृद्ध महिला की मौत हो गई है. जबकि 24 अन्य लोग बीमार पड़ चुके हैं. एसएन की ओपीडी में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जिला अस्पताल में भी गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है.
बॉक्स
डायरिया के लक्षण
-बार-बार दस्त होना
-पेट में तेज दर्द होना
-उल्टी आना
-बुखार आना
-कमजोरी महसूस होना
-थकावट महसूस होना
डायरिया के कारण
-पेट के कीड़ों या बैक्टीरिया के संक्रमण-वायरल संक्रमण से
-आस-पास ठीक से सफाई न होने पर
-शरीर में पानी की कमी होने से
-दवाई के रिएक्शन से
-पाचन शक्ति या शरीर के कमजोर होने से
-गलत खानपान के कारण
इस तरह करें बचाव
-खाने की चीजें खुले में न रखें
-बासी खाना न खाएं
-कटा या रखा हुआ फल आदि न खाए
-साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें
सभी अस्पतालों में गर्मी के दौरान होने वाले रोगों से बचाव के लिए अलर्ट जारी कर व्यवस्था दुरूस्त करने के आदेश दिए गए है. अगर कोई कमी होगी तो जांच कराई जाएगी.
डॉ. मुकेश वत्स, सीएमओ आगरा