JAMSHEDPUR: टाटा स्टील प्रोसेसिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड कंपनी (टीएसपीडीएल) कर्मचारियों के ग्रेड रिवीजन पर मंगलवार को भी मुहर नहीं लगी। बीते सोमवार की तरह मंगलवार को भी प्रबंधन-यूनियन के बीच दोपहर बारह बजे से शाम सात बजे तक वार्ता चली लेकिन समाधान नहीं निकला। कंपनी मुख्यालय कोलकाता से आए वरीय महाप्रबंधक पीके साहु व अन्य अधिकारी बैरन वापस चले गए। अब वे अगले सप्ताह आएंगे जिसमें फिर वार्ता शुरू होगी। कंपनी प्रबंधन टाटा स्टील की तर्ज पर ग्रेड रिवीजन का समय किसी सूरत में छह साल से कम करने को तैयार नहीं था, जो यूनियन को मंजूर नहीं था।

प्रबंधन ने रखा पक्ष

यूनियन पूर्व की तरह पांच साल का समयांतराल व 15 हजार की बढ़ोतरी पर अड़ा रहा। प्रबंधन छह साल के ग्रेड रिवीजन में कुल 6,600 बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया, जिसे यूनियन ने सिरे से खारिज कर दिया। इधर हाल ही में टाटा-ब्लूस्कोप में हुए छह साल का ग्रेड समझौता का हवाला देते हुए प्रबंधन ने अपना पक्ष रखा। टाटा स्टील से बाहर नहीं जाने की बात करते हुए प्रबंधन के प्रतिनिधियों ने यूनियन नेताओं को समझाया। जानकारी हो कि कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन एक अक्टूबर-2017 से लंबित है। ग्रेड वार्ता में प्रबंधन की ओर से एचआर-आईआर के वरीय महाप्रबंधक पीके साहू, शुभमय मजुमदार, आई-आर अधिकारी शेखर झा व यूनियन से अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय, महामंत्री अमन सिंह, दिनेश कुमार, एसबी राणा, सच्चिदानंद आदि शामिल हुए।