400 से अधिक आवेदन डीएल के डेली

200 लोगों का एक दिन में होता है टेस्ट

- जिस दिन का टाइम स्लॉट उसी दिन जाना होगा आरटीओ ऑफिस

- सारथी फोर सॉफ्टवेयर में किया गया अपडेशन, अब सोर्स नहीं आएगा काम

LUCKNOW:

टाइम स्लॉट को लेकर आरटीओ ऑफिस में चल रहा खेल बंद हो जाएगा। लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों को अब टाइम स्लॉट वाले दिन ही आरटीओ ऑफिस पहुंचना होगा। विभागीय अधिकारियों के अनुसार अभी टाइम स्लॉट के बजाए लोग मनमर्जी से कभी भी वहां पहुंच जाते हैं और कुछ लोगों की मिलीभगत से प्रक्रिया पूरी करा लेते हैं। अब मंत्री हो या आईएएस या फिर किसी अन्य डिपार्टमेंट के बड़े अधिकारी, सभी को लाइसेंस के लिए टाइम स्लॉट के दिन ही आना होगा।

सांठ-गांठ कर चल रहा था खेल

परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार अभी आरटीओ ऑफिस और एआरटीओ ऑफिस में लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले आवेदन के बाद भी पहुंच जाते थे और विभागीय अधिकारियों और दलालों की सांठ-गांठ से आसानी से लाइसेंस संबंधी प्रक्रिया करा लेते थे। इसमें टेस्ट लेकर ऑनलाइन फोटो खीचें जाने और डिजिटल सिग्नेचर तक की प्रक्रिया पूरी होती है। सारथी सॉफ्टवेयर की कमियों का फायदा सभी उठा रहे थे।

सॉफ्टवेयर में बदलाव

अब दिल्ली से नेशनल इंफारमेशन सेंटर ने सारथी सॉफ्टवेयर में बदलाव किया है। सारथी फोर में अब आवेदक को उसी दिन वहां पहुंचना होगा, जिस दिन की डेट उसे मिली है। यदि आवेदक उस दिन वहां नहीं पहुंचता है उसे अगले दो दिन हर हाल में आरटीओ ऑफिस पहुंचना होगा। यदि इन दो दिनों में भी आवेदक वहां नहीं पहुंचता है तो उसे नया टाइम स्लॉट लेना होगा।

वापस भेजे गए लोग

इस नई व्यवस्था के चलते सोमवार को बिना टाइम स्लॉट लिए पहुंचे करीब 50 लोगों को वापस लौटना पड़ा। इस दौरान कई लोगों ने अधिकारियों से सिफारिश की लेकिन काम नहीं बना। उन्हें दोबारा डेट लेने के लिए कहा गया।

लाइसेंस के लिए जो टाइम स्लॉट आवेदक को मिला है, उसी दिन टेस्ट और बायोमैट्रिक के लिए आरटीओ और एआरटीओ ऑफिस पहुंचना होगा। पहले या बाद में पहुंचने पर आवेदक का कोई काम नहीं होगा।

संजीव गुप्ता, एआरटीओ प्रशासन

आरटीओ ऑफिस