सीबीएसई से काम, बिना कैश भी आसान

- अब स्कूलों और स्टूडेंट्स को नहीं लगाने होंगे बैंक के चक्कर

- बोर्ड से जुड़ी पेमेंट के लिए नहीं बनाना होगा डीडी या चेक

- बोर्ड में सीधे कार्ड से की जा सकेगी पेमेंट

- दस्तावेज, एफिलिएशन और चेकिंग आदि फीस के लिए होना पड़ता था परेशान

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DEHRADUN: मार्कशीट बनवाना, डुप्लिकेट दस्तावेज निकलवाना, एफिलिएशन फीस या फिर कॉपी रिचेकिंग का कार्य। तमाम कामों के लिए अब स्कूल या फिर बच्चों को बैंकों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से जुड़े स्कूलों और बच्चों को बोर्ड ने बड़ी रियायत दी है। बोर्ड में किसी भी मद में जमा होने वाली फीस के लिए अब डीडी, चेक या फिर कैश की टेंशन नहीं होगी। बोर्ड का देहरादून रीजन जल्द ही कैशलेस होने जा रहा है। जिसके बाद बोर्ड के तमाम कामों के लिए आपको सिर्फ अपना कार्ड स्वाइप करना होगा।

निकला परेशानी का हल

अभी तक बोर्ड के सभी कामों के लिए जो फीस चुकाई जाती है, उसके लिए आवेदक को डिमांड ड्राफ्ट, चेक या फिर कैश का ही सहारा लेना पड़ता था। इसके लिए घंटों बैंकों की लाइनों में भी लगना पड़ता था। लेकिन अब इस परेशानी का हल निकल गया है। सीबीएसई के देहरादून रीजन ने कैशलेस पॉलिसी को अपनाते हुए सभी कार्यो को कैशलेस बनाने की पहल की है। बोर्ड जल्द ही ऑफिस में प्वॉइंट ऑफ सेल्स (पीओएस) यानि कार्ड स्वाइप मशीन लगाने जा रहा है। जिसके बाद बोर्ड द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी सेवाओं के लिए पेमेंट डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भी संभव हो सकेगी।

डुप्लिकेट दस्तावेजों के मामले में आती थी परेशानी

सीबीएसई देहरादून रीजन हाल ही में अस्तित्व में आया है। साल ख्0क्ब् में सीबीएसई देहरादून रीजन बनने के बाद के तो सभी बोर्ड से जुड़े कार्य यहीं से होना संभव हुआ। लेकिन, इससे पहले के सभी कार्य सीबीएसई बोर्ड के इलाहाबाद रीजन से संपादित किए जाते थे। इतना ही नहीं यहां भी साल क्999 तक के सालों को डाटा उपलब्ध होता था। साल ख्000 से पहले का पूरा डाटा केवल सीबीएसई अजमेर से ही मुहैया कराया जाता है। खास बात यह कि यहां देश के सभी राज्यों के स्कूल और स्टूडेंट्स का डाटा सुरक्षित रखा गया है। लेकिन इसके लिए आवेदक को अजमेर के चक्कर लगाने पड़ते।

अब नहीं है कोई परेशानी

सीबीएसई देहरादून रीजन में कैशलेस व्यवस्था होने का लाभ रीजन से जुड़े तमाम स्कूलों और स्टूडेंट्स को ही नहीं बल्कि यहां रहने वाले हर उस व्यक्ति को होगा जिसे सीबीएसई से जुड़ा काम होगा। दरअसल किसी भी कार्य के लिए पेमेंट आदि और कागजी कार्यवाही पूरी करने के लिए अब उन्हें कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आवेदन के फॉर्म आदि से लेकर फीस जमा कराने का कार्य बोर्ड रीजनल ऑफिस से ही पूरा करा दिया जाएगा। इसके बाद यदि अजमेर से जुड़ा कार्य है तो उसमें भी रीजनल ऑफिस देहरादून मदद करने का कार्य करेगा।

कैशलेस होने के लाभ

- रीचेकिंग आदि कार्य के लिए स्टूडेंट्स को नहीं लगाने होंगे बैंक के चक्कर।

- स्कूलों को एफिलिएशन व अन्य मदों की फीस अब सीधे बोर्ड में होगी जमा।

- पिछले सालों में पासआउट कैंडिडेट्स डुप्लिकेट सर्टिफिकेट आदि के लिए भटकेंगे नहीं।

- आरटीआई के लिए डॉक्युमेंट्स मांगने पर पेमेंट चालान की जगह सीधे कार्ड से संभव होगी।

- एग्जाम फीस और एग्जाम के बाद आंसर शीट लेने के लिए स्टूडेंट्स को कैश की फजीहत झेलनी नहीं पड़ेगा।

वर्जन----

अगले दो से तीन दिनों में बोर्ड ऑफिस को कैशलेस कर दिया जाएगा। हमारा मकसद है कि जो मुहिम केंद्र सरकार ने कैशलेस होने के लिए चलाई है, उसमें न सिर्फ स्कूल बल्कि सीबीएसई खुद भी जुड़कर डिजिटल इंडिया में सहयोग करे। इस सुविधा का लाभ न सिर्फ मौजूदा स्कूल और स्टूडेंट्स बल्कि बाकी स्टेकहोल्डर्स को भी होगा।

---- रणबीर सिंह, रीजनल ऑफिसर, सीबीएसई देहरादून रीजन