- 'प्रेस से मिलिए' प्रोग्राम में बोले रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा

- कहा इंफ्रास्ट्रक्चर का डेवलपमेंट होने तक नहीं दौड़ेगी नई ट्रेन

VARANASI:

रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि अगले रेल बजट में भी बनारस से नई ट्रेन नहीं चलेगी। रेलवे लंबी दूरी की ट्रेन चलाने की बजाय डीएमयू व ईएमयू चलाएगा। काशी पत्रकार संघ की ओर से पराड़कर भवन में आयोजित 'प्रेस से मिलिए' प्रोग्राम में रविवार को रेल राज्यमंत्री मीडिया से रू-ब-रू थे। उन्होंने कहा कि जब तक नई ट्रेन के लिए रिसोर्सेज तैयार नहीं कर लिए जाएंगे तब तक यहां से ट्रेन चलाना संभव नहीं है। रेलवे की प्राथमिकता पहले से चल रही ट्रेनों को राइट टाइम संचालित करना है। इस दौरान उन्होंने किसी नई योजना की जानकारी देने की बजाय पुरानी योजनाओं को ही गिनाया। बताया कि बनारस में चार सौ करोड़ रुपये की योजनाएं स्वीकृत हैं। इसके तहत छपरा, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, माधोसिंह-इलाहाबाद रेल खंड का दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन कराया जाना है। वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन को मंडुआडीह व सिटी स्टेशन को जोड़ते हुए ख्ख्भ् करोड़ रुपये की योजना से री-मॉडलिंग कराया जाना है। मंडुआडीह व वाराणसी सिटी को टर्मिनल स्टेशन के रूप में विकसित करने का काम स्टार्ट हो चुका है। प्रोग्राम के अंत में संघ की ओर से रेल राज्यमंत्री को मोमेंटो प्रेजेंट किया गया।

कैंसर इंस्टीट्यूट में टाटा के डॉक्टर

रेल राज्यमंत्री ने बताया कि बनारस के रेलवे कैंसर इंस्टीट्यूट में साढ़े क्8 करोड़ रुपये से अपग्रेडेशन होगा। इसके लिए धन अवमुक्त कर दिया गया है। यही नहीं, इंस्टीट्यूट में मुंबई के टाटा कैंसर हॉस्पिटल से भी टेक्नीक के आदान-प्रदान के लिए समझौता हो गया है। जिसके तहत टाटा हॉस्पिटल के डॉक्टर यहां कैंसर पेंशेंट्स का ट्रीटमेंट करेंगे। इसके अलावा वे यहां के डॉक्टर्स को भी ट्रेंड करेंगे। इस संबंध में शीघ्र ही एमओयू पर सिग्नेचर हो जाएगा।

अनमैंड क्रॉसिंग होंगे मैंड

रेल बजट में बनी योजनाओं तक सीमित रहे मनोज सिन्हा ने कहा कि बनारस सहित आसपास के एरियाज में रेल ट्रैक पर स्थित ख्फ्क् अनमैंड क्रॉसिंग्स पर एक साल में कर्मचारी तैनात कर दिए जाएंगे। वहीं इनमें से ख्7 पर सब वे भी बनकर तैयार हो जाएंगे। पांच साल के दौरान देशभर में एक भी अनमैंड क्रॉसिंग नहीं रह जाएगी। इस बीच 970 क्रॉसिंग्स पर आरओबी भी बनाने की योजना है। इसके अलावा तीन हजार रेलवे क्रॉसिंग्स को हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्रॉसिंग पर एक्सिडेंट रोकने के लिए मैत्री रेलवे क्रॉसिंग योजना बनाई गई है।

फॉग से लड़ने का ढूंढ रहे उपाय

ठंड के दिनों में कोहरा के चलते ट्रेंस का शेड्यूल बेपटरी हो जाता है। यही नहीं, घने कोहरे के कारण कई ट्रेंस को कैंसिल भी करना पड़ता है। इससे बचने के रेल मिनिस्ट्री द्वारा किए जा रहे प्रयास के सवाल पर मनोज सिन्हा ने कहा कि रेलवे के पास एंटी फॉग डिवाइस नहीं है। इंजन में लगे डिवाइस कारगर नहीं है। हालांकि, विदेशों में ऐसे डिवाइस हैं, लेकिन वे बहुत महंगे हैं। इस मुद्दे पर भी रेलवे अपनी तकनीक तैयार करने में जुटा है। रेलवे की खाली जमीनों पर कब्जे के सवाल पर कहा कि जमीनों की पैमाइश हो रही है। जल्द ही खाली कराई जाएगी।