RANCHI: कोरोना से बचाव को लेकर स्कूलों के बंद होने की स्थिति में बच्चों के कोर्स पूरा नहीं होने की चिंता उत्पन्न हो गई है। यह चिंता राज्य सरकार के अलावा सभी निजी स्कूलों के प्रबंधक, शिक्षक और अभिभावक भी कर रहे हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि कोर्स पूरा करने के लिए इस बार की गर्मी की छुट्टी या तो पूरी तरह खत्म कर दी जाएगी या इसमें कटौती की जाएगी। कुछ निजी स्कूल इसकी तैयारी भी कर रहे हैं।

यदि 15 अप्रैल तक स्थिति सामान्य होती है और स्कूल खुलते हैं तो ऐसी स्थिति में सिर्फ 15 दिनों की गर्मी की छुट्टी बच्चों को मिल सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि यदि 14 अप्रैल के बाद भी स्कूल नहीं खुल पाते हैं तो ऐसी स्थिति में पूरी गर्मी की छुट्टी रद की जा सकती है ताकि उस अवधि में बच्चों का कोर्स पूरा कराया जा सके। हालांकि अभी इस संबंध में आदेश जारी नहीं हुआ है, लेकिन इसे लेकर सभी स्तर पर तैयारी चल रही है। यह राज्य के सरकारी स्कूलों में भी लागू हो सकता है।

बता दें कि राज्य में 17 मार्च से ही सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद है। हालांकि कई स्कूल बच्चों को शिक्षण में लगाए रखने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी उपलब्ध करा रहे हैं। कई निजी स्कूल बच्चों को ऑनलाइन होमवर्क भी दे रहे हैं। इसके बावजूद किताब का पाठ्यक्रम पूरा कराना अनिवार्य होगा।

मई के पहले या दूसरे सप्ताह से होती है छुट्टी

राज्य के सरकारी एवं निजी स्कूलों में मई के पहले या दूसरे सप्ताह से गर्मी की छुट्टी होती है। इस दौरान तापमान बढ़ने की समस्या हो सकती है। हालांकि सुबह नौ-दस बजे तक स्कूल खुल सकते हैं।

बच्चों का कोर्स पूरा कराना है तो वैकल्पिक व्यवस्था करनी ही होगी। कोर्स पूरा कराने के लिए गर्मी की छुट्टी में भी स्कूल खोले जा सकते हैं। राज्य सरकार इस पर विचार कर रही है।

जगरनाथ महतो, मंत्री, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग।

बच्चों का कोर्स पूरा कराना है तो राज्य सरकार को वैकल्पिक व्यवस्था करनी ही होगी। गर्मी की छुट्टी में भी बच्चों को पढ़ाना पड़े तो शिक्षक इसके लिए तैयार हैं।

राममूर्ति ठाकुर, महासचिव अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ।