स्टॉकहोल्म (आईएएनएस)। द रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने बुधवार को तीन वैज्ञानिकों को केमिस्ट्री में प्रोटीन पर उनके कामों के लिए नोबेल पुरस्कार दिया है। पहला नोबेल पुरस्कार अमेरिका में केलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की फ्रांसिस अर्नोल्ड को मिला है। इसी तरह फ्रांसिस, दुनिया की उन पांच महिलाओं की सूची में शामिल हो गईं हैं, जिन्हें केमिस्ट्री में नोबेल पुरस्कार मिल चुका है। अर्नोल्ड से पहले केमिस्ट्री में अदा योनाथ (2009), डोरोथी क्रोफूट होडकिंग (1964), इरिनी जोलिअट-क्यूरी (1935) और मैरी क्यूरी (1911) नोबेल पुरस्कार जीत चुकी हैं।

1993 में बनाई थी एक एंजाइम

द रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने फ्रांसिस अर्नोल्ड के साथ अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ मिसौरी के जॉर्ज स्मिथ और ब्रिटन में स्थित एमआरसी लेबोरेटरी ऑफ मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के ग्रेगोरी विंटर को केमिस्ट्री में प्रोटीन में उनके कामों के लिए नोबेल पुरस्कार दिया है। द रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने अपने एक बयान में कहा, 'नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने एक ऐसी प्रोटीन बनाई है, जो इंसानों में केमिकल गड़बड़ी की गुत्थी सुलझाने में मदद करती है।' बता दें कि अर्नोल्ड ने 1993 में एक एंजाइम बनाई थी। उस एंजाइम का इस्तेमाल दवाओं और पर्यावरण अनुकूल ट्रांसपोर्ट के लिए ईंधन बनाने में किया जाता है।

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