छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: स्टील सिटी सहित आस-पास के क्षेत्र में मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्रों के खुशखबरी है, जल्द ही शहर में दूसरे मेडिकल कॉलेज खुलेगा। मेडिकल कॉलेज खुलने से कोल्हान प्रमंडल के छात्र अपने शहर में ही मेडिकल की पढ़ाई कर सकेंगे। मेडिकल कॉलेज खुलने से मरीजों के इलाज में भी असानी होगी। बताते चलें कि शहर में टाटा मणिपाल मेडिकल कॉलेज खुलने का रास्ता साफ हो गया। टाटा मणिपाल मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए कालेज प्रबंधन ने जमशेदपुर वन प्रमंडल पदाधिकारी से निर्माण में बाधा डाल रहे 178 पेड़ काटने की अनुमति मांगी थी। जमशेदपुर वन प्रमंडल ने जांच के बाद एनओसी देते हुए हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य स्तर पर हाई लेबल कमेटी के पास मामले को भेज दिया था। गुरुवार को कमेटी ने शर्त के साथ पेड़ काटने व शिफ्टिंग करने की अनुमति प्रदान कर दी। डीएफओ अभिषेक कुमार ने बताया कि गुरुवार को पत्र मिला है। जिसमें 178 पेड़ों में से 66 पेड़ को काटने तथा 112 को शिफ्ट करने का आदेश दिया गया है। कमेटी ने कटने वाले 66 पेड़ की जगह 660 नये पौधे लगाने का भी निर्देश दिया।

एडीएम अस्पताल में बनना है

बारीडीह स्थित एडीएम अस्पताल में टाटा-मणिपाल मेडिकल कॉलेज बनेगा। वन विभाग की एनओसी मिलने के बाद निर्माण कार्य में तेजी से काम शुरू होगा। टाटा-मणिपाल मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास से लेकर टाटा प्रबंधन कई बार घोषणा कर चुका हैं। अभी तक शहर में एक मात्र मेडिकल कॉलेज एजीएम है जिसकी स्थापना वर्ष 1961 में हुई थी। एमजीएम कॉलेज में 9 कोर्स के लिए 100-100 सीटें हैं और प्रेक्टिकल के लिए 514 बेड का एमजीएम अस्पताल है। एमजीएम कॉलेज में मेडिसिन, सर्जरी, एनेसथीसिया, शिशु रोग विभाग, गायनिक, बर्न, आर्थोपेडिक, ईएनटी व फर्माकोलॉजी की सीटे है।

टीएमएच में होगा प्रैक्टिकल

टाटा मणिपाल मेडिकल कॉलेज के जूनियर डाक्टर 900 बेड के अस्पताल टाटा मेन हास्पिटल में प्रेक्टिल करेंगे। वर्तमान में टीएमएच में हार्ट, न्यूरो, किडनी, आर्थो, ईएनटी, गायनिक, शिशु रोग विभाग सहित सभी तरह की बीमारियों का इलाज होता है। ओपीडी और इमरजेंसी में हर दिन हजारों मरीज आते है। जानकारी के मुताबिक नए मेडिकल कॉलेज में 150 सीटों पर पढ़ाई होगी।