- जिले के नोडल अधिकारी नवनीत सहगल दो दिवसीय दौरे पर, कामों का लिया जायजा

- शिकायत करने आए लोगों ने कहा सुनती नहीं पुलिस, प्रमुख सचिव ने लगाई फटकार

बरेली : सूक्ष्म, लघु एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव और जिले के नोडल अधिकारी नवनीत सहगल दो दिवसीय दौरे पर वेडनसडे को बरेली पहुंचे। सर्किट हाउस में कुछ देर रुकने के बाद निरीक्षण के लिए निकले तो पहले ही दिन यहां कराए जा रहे विकास कार्यो और लोगों को दी जा रही सरकारी सुविधाओं के दावे की पोल खुल गई। किला रोड से खराब सड़कों से उनका काफिला गुजरा। इसी तरह शहर के बाहर निकले तो उन्हें धूल भरी सड़कों पर से भी गुजरना पड़ा। वहीं, सीडीओ सत्येंद्र कुमार ने मझौला गंगापुर से ही उन्हें वापस करने का प्रयास किया तो उन्होंने आगे का कार्य दिखाने के लिए कहा।

जनवरी तक पूरा करो ओवरब्रिज

सर्किट हाउस से निकलने पर वे सीधे आईवीआरआई ओवरब्रिज का निरीक्षण करने पहुंच गए। एक्सईएन एके सिंह से प्रगति पूछने के बाद काम जनवरी तक पूरा करने को कहा। उप परियोजना प्रबंधक वीके सेन को बुलाकर पुल के पहुंच मार्ग कंपलीट कराने को कहा।

देखनी थी सड़क, पहुंच गए स्कूल

आईवीआरआई ओवरब्रिज का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने भोजीपुरा ब्लॉक के घंघोरा घंघोरी की सड़क का जायजा लिया। खस्ताहाल सड़कों को देखने के बाद यहीं के परिषदीय विद्यालय पहुंच गए। यहां अधिकांश बच्चों के पास किताबें पिछले सत्र की मिलीं। नए सत्र में सभी बच्चों को स्वेटर और जूते भी नहीं मिले थे। एमडीएम के बारे मे पूछा तो जानकारी हुई कि दूध की जगह चाय दे दी गई। पांचवी की छात्रा प्रभा से इंग्लिश में व्हाट इज योर नेम पूछा तो वह कुछ भी नहीं बता पाई। अंधेरे कमरे में एमडीएम बनाए जाने पर नाराजगी जताते हुए हेडमास्टर सोमपाल गंगवार के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश सीडीओ को दिया।

आंगनबाड़ी वर्कर से होगी रिकवरी

प्रमुख सचिव ने आंगनबाड़ी केंद्र को भी देखा। कार्यकर्ता नीलू कुमारी से केंद्र पर रजिस्टर्ड बच्चों की संख्या के बारे में पूछा तो पता चला कि 45 बच्चे हैं, लेकिन मौके पर सिर्फ दो ही बच्चे मिले। पत्रावलियां चेक की तो पता चला कि हर दिन कभी 15 तो कभी 20 बच्चों की उपस्थिति दिखाई गई है। इस पर उन्होंने सीडीओ को केंद्र पर एक साल में बच्चों को दिए गए स्नैक्स पर खर्च हुई रकम आंगनबाड़ी वर्कर के मानदेय से काटने के निर्देश दिए।

बिना आईडी हो रही थी तौल

प्रहलादपुर गन्ना खरीद केंद्र का भी प्रमुख सचिव ने निरीक्षण किया। इस दौरान विजय पाल नाम के व्यक्ति की गन्ने से भरी ट्रॉली की दोबारा तौल कराई तो वजन पांच किलो कम निकला। इस पर उन्होंने खरीद करने वाले को हिदायत दी। इसके साथ विजय पाल से आई़डी कार्ड मांगा तो वह नहीं दिखा पाए।

नहीं मिला सही हिसाब

साधन सहकारी समिति मझौआ जाकर रजिस्टर चेक किया तो अपडेट नहीं था। 420 फास्फेट खाद की बोरी में से 60 बोरी का हिसाब गायब था। इस पर उन्होंने सचिव पर कार्रवाई करने और एडीओ को-ऑपरेटिव सुधाकर राय को मॉनीट¨रग न करने पर प्रतिकूल प्रविष्टि के आदेश दिए।

फाड़ ले गए पन्ने

भोजीपुरा ब्लॉक में ग्रांट रजिस्टर अपडेट न होने पर बीडीओ सचिन कुमार शाडिल्य को फटकार लगाई। समीक्षा में पाया कि मनरेगा की कई पत्रावलियों में हस्ताक्षर नहीं थे तो 14 वें राज्य वित्त के 1.79 करोड़ रुपये कई साल से डंप पड़े हैं। रजिस्टर देखने के बाद अगस्त माह की रिपोर्ट बुक से अहम बिंदुओं के पन्ने फाड़कर अपने साथ लेकर चले गए।

पुलिस को लगाई फटकार

दोपहर बाद वह देवरनियां थाने पहुंचे। यहां शिकायतों के निस्तारण की हकीकत जानने के लिए शिकायतकर्ताओं को फोन करके पूछा तो पता चला कि पांच शिकायतों में सिर्फ एक शिकायत का ही निस्तारण हुआ है, जबकि रजिस्टर में शिकायत निस्तारित हो गई थी। इस पर उन्होंने पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि ऐसे क्राइम पर लगाओगे लगाम। इस दौरान थाने के बाहर खड़े लोगों को बुलाकर बात की तो कई लोगों ने बताया कि वह कई दिन से शिकायत लेकर चौकी और थाने के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन पुलिस नहीं सुन रही है।

मेडिसिन का रजिस्टर मेंटेन नहीं

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बहेड़ी में निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग की कलई खुल गई। 26 अगस्त 2018 को प्रसव कराने वाली उषा देवी पत्नी पूरनलाल को जननी सुरक्षा योजना का लाभ नहीं मिला था। सीएमओ डा। विनीत शुक्ला को स्पेशल टीम गठित कर ऐसे मामलो को निस्तारित करने को कहा। साथ ही मेडिसिन को लेकर रजिस्टर न बनाने पर स्टोर इंचार्ज आरडी भट्ट पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यहां उन्होंने लैब असिस्टेंट से अपना रेंडम डायबटीज लेवल टेस्ट कराया, जो 140 निकला।