- जांच में 20 प्रत्याशियों का नामांकन निरस्त

- मायूस चेहरे के साथ लौटना पड़ा वापस

<- जांच में ख्0 प्रत्याशियों का नामांकन निरस्त

- मायूस चेहरे के साथ लौटना पड़ा वापस

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: हसरतें पूरी न हों तो कैसा लगता है। ये उनसे पूछना चाहिए जिनको चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला। सोमवार को कलेक्ट्रेट में ऐसे प्रत्याशी मायूस चेहरों के साथ वापस लौटे, जिनका नामांकन पत्र जांच के बाद निरस्त कर दिया गया। दिनभर चली स्क्रूटनी के दौरान दोनों लोकसभा क्षेत्रों के रिटर्निग ऑफिसर्स ने यह फैसला लिया। ऑफिसर्स का कहना है कि इनको पहले ही कमियों को लेकर नोटिस सौंप दी गई थी।

कम हो गई प्रत्याशियों की संख्या

इलाहाबाद और फूलपुर लोकसभा क्षेत्र से क्9 अप्रैल तक चले नामांकन के दौरान कुल म्ख् प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया था। सोमवार को इन पत्रों की जांच में कुल ख्0 प्रत्याशियों के शपथ पत्रों में कमियां पाए जाने पर उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया। इसके बाद अब दोनों सीटों से कुल ब्ख् प्रत्याशी ही मैदान में रह गए हैं। इनमें इलाहाबाद से ख्भ् और फूलपुर लोकसभा से क्7 प्रत्याशी ही अब बचे रह गए हैं। वहीं अभिलाषा गुप्ता ने अपने पति और कांग्रेस प्रत्याशी के विकल्प के रूप में नामांकन कराया था। इसलिए नंदी का पर्चा निरस्त नहीं होने पर उनका नामांकन कैंसिल कर दिया गया। वहीं निर्दलीय के रूप में भी नामांकन इसलिए खारिज हो गया कि प्रस्तावक की कमी थी। इसी प्रकार कई प्रत्याशियों के पर्चे खारिज हुए। तो आइए जानते हैं किस वजह से निरस्त हुआ किसका नामांकन।

इलाहाबाद लोकसभा क्षेत्र

-प्रत्याशी का नाम निरस्त होने का कारण

-रामलाल- निर्दलीय शपथ पत्र अधूरा

-सुधाकर सिंह पटेल-राष्ट्रीय समानता दल शपथ पत्र प्रमाणित नहीं

-श्याम पांडेय-धर्म निरपेक्ष दल इनके प्रस्तावक की भाग संख्या व विधानसभा दर्ज नहीं थी

-बजरंग त्रिपाठी-निर्दलीय शपथ पत्र अधूरा था

- विश्वपति प्रसाद-भारत की नव जनवादी पार्टी शपथ पत्र प्रमाणित नहीं था और हस्ताक्षर भी नहीं थे

-गोपाल स्वरूप जोशी-निर्दलीय प्रस्तावक के हस्ताक्षर नहीं

- रईस अहमद खान-निर्दलीय शपथ पत्र अधूरा

- अभिलाषा गुप्ता-कांग्रेस प्रस्तावकों की संख्या कम

- सूर्यभान निषाद-राष्ट्रीय अपना दल प्रस्तावक के हस्ताक्षर नहीं

- नरेंद्र कुमार तिवारी-निर्दलीय शपथ पत्र प्रमाणित नहीं

- आलोक कुमार-तृणमूल कांग्रेस प्रस्तावक पूरे नहीं थे

फूलपुर लोकसभा

- वरुण कुमार मिश्र-शिवसेना शपथ पत्र अधूरा

- शीतलदीन सरोज-निर्दलीय शपथ पत्र पर हस्ताक्षर नहीं थे

- डॉ। मो। समद-आदर्श राष्ट्रीय विकास दूसरा शपथ पत्र नहीं दिया

- राजू कुमार-कल्याणकारी जनतांत्रिक पार्टी प्रस्तावकों के नाम मतदाता सूची में नहीं थे

- मो। जुबैर-निर्दलीय चार प्रस्तावकों के सूची में नाम नहीं मिले

- बबिता दिनकर-अखिल भारत हिंदू महासभा प्रस्तावक का नाम सूची से मैच नहीं हुआ

- अश्वनी कुमार-भारतीय राष्ट्रीय बहुजन समाज विकास पार्टी शपथ पत्र अधूरा था

- प्रमोद कुमार-सम्यक परिवर्तन पार्टी नामांकन के लिए तीन बजे के बाद गए थे और जमानत राशि भी नहीं भरी थी

- विरेंद्र सिंह-निर्दलीय शपथ पत्र अधूरा था

कम हुआ ईवीएम का बोझ

बता दें कि एक ईवीएम में अधिकतम क्म् प्रत्याशियों के नाम होते हैं। इलाहाबाद लोकसभा क्षेत्र से फ्म् नामांकन होने की वजह से चुनाव में आयोग को प्रत्येक बूथ पर तीन ईवीएम लगानी पड़तीं लेकिन क्क् नामांकन निरस्त होने के बाद अब इनकी संख्या घटकर दो रह गई हैं। वहीं फूलपुर संसदीय क्षेत्र में पहले ख्म् के बाद प्रत्याशियों की संख्या घटकर क्7 रह गई है। अगर ख्ब् अप्रैल को नामांकन वापसी के दिन एक प्रत्याशी अपना नाम वापस लेता है तो फिर आयोग को प्रत्येक बूथ पर एक ही ईवीएम लगानी पड़ेगी।