-कुंभ मेला के दौरान पहली बार उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र कराएगा व्यापक स्तर पर शिल्प मेला का आयोजन

ALLAHABAD: अभी तक शहरियों ने उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के परिसर में ही राष्ट्रीय शिल्प मेला का भव्य आयोजन देखा हो वह भी दस दिनों से ज्यादा का नहीं होता है। लेकिन शहरियों के साथ ही कुंभ मेला में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं को पूरे चालीस दिनों तक शिल्प मेला की भव्यता का एहसास कराया जाएगा। जहां केन्द्र प्रशासन ने संस्कृति मंत्रालय के निर्देश पर पहली बार चालीस दिनों तक लगातार मेला का आयोजन करेगा वहीं इतने दिनों के बीच दस-दस दिनों के अंतराल पर देश भर के कलाकारों को भी आमंत्रित किया जाएगा।

तीन के प्रस्ताव को मंत्रालय ने नकारा

केन्द्र प्रशासन की ओर से कुंभ मेला के दौरान देश की हस्त शिल्प और लोकनृत्य सहित बहु संस्कृति का नजारा दिखाने के लिए दस-दस दिनों के अंतराल पर तीन बार राष्ट्रीय शिल्प मेला आयोजित किए जाने का प्रस्ताव भेजा था। जिसे संस्कृति मंत्रालय, केन्द्र सरकार द्वारा मंजूरी तो दी गई है लेकिन सिर्फ एक शिल्प मेला आयोजित कराने के लिए। केन्द्र निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर की मानें तो मंत्रालय ने एक ही आयोजन को चार स्लाट में बांटने का निर्देश दिया है। जिससे कि पूरे देश के केन्द्रों से संबंधित कलाकारों को मौका दिया जा सके।

17 हजार कलाकारों का होगा संगम

शिल्प मेला में देश के उत्तर, मध्य, पूर्व व पश्चिम में स्थित सांस्कृतिक केन्द्रों के अलावा तीन रीजनल केन्द्रों के कलाकार कुंभ मेला में आएंगे। इनकी मानिटरिंग की जिम्मेदारी उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र को सौंपी गई है। केन्द्र प्रशासन ने देश के सातों केन्द्रों से जुड़े कुल 17 हजार लोक कलाकारों को आने के लिए आमंत्रित किया है।

परेड ग्राउंड में सजेगा शिल्प ग्राम

चालीस दिनों तक चलने वाले राष्ट्रीय शिल्प मेला का आयोजन परेड ग्राउंड में किया जाएगा। हालांकि अभी जमीन का चयन नहीं किया गया है। इसके लिए केन्द्र प्रशासन ने प्रयागराज मेला प्राधिकरण को पत्र लिखा है। लेकिन जहां पर भी आयोजन होगा वहां देश के प्रत्येक राज्यों से आने वाले कलाकारों के रहने के लिए छोटी-छोटी कुटिया बनाई जाएगी।

कुंभ के दौरान दस-दस दिनों के अतंराल पर चार स्लाट में शिल्प मेला का आयोजन किया जाएगा। ताकि देश के प्रत्येक प्रांत के कलाकारों को मौका दिया जा सके। इसके लिए 17 हजार कलाकारों को आमंत्रित किया जाएगा।

इंद्रजीत ग्रोवर, निदेशक उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र