PATNA: बारिश से आई बाढ़ ने इस बार राजधानी को पूरी तरह जलमग्न कर दिया। लेकिन राहत और बचाव कार्य केवल कुछ ही इलाकों में सिमट कर रह गया है। पिछले दस दिनों से राजधानी के बड़े इलाकों बाईपास के दक्षिण मधुबन कॉलोनी, एनटीपीसी कॉलोनी, पूर्वी रामकृष्णा नगर, पश्चिमी जगनपुरा, त्रिदेव मंदिर, घाना कॉलोनी सहित नंदलाल छपरा बादशाही पईन, जीतकर कॉलोनी, हनुमान नगर, साकेतपुरी में रहने वाले हजारों बाशिंदे अभी भी तीन से चार फीट पानी में रहने को मजबूर हैं। लेकिन न तो कोई निगम का नुमाइंदा और न ही जिला प्रशासन का कोई अधिकारी उनकी सुध लेने पहुंचा है। कोई स्वयंसेवी संगठन भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया। घर से बाहर निकलने के लिए लोगों को कपड़े उतारकर हाथ में लेकर जाना पड़ रहा है। ऐसी बात नहीं कि वहां के निवासियों ने निगम व जिला प्रशासन के अधिकारियों से गुहार नहीं लगाई। मधुबन कॉलोनी निवासी संजय कुमार की मानें तो कंकड़बाग अंचल के कार्यपालक अधिकारी को फोन कर समस्या बताने पर रखने पर फोन काट देती हैं। वहीं नंदलाल छपरा बादशाही पईन, जीतकर कॉलोनी के रहने वाले सुमित कुमार का कहना है कि उनके यहां अभी भी घरों में चार फीट तक पानी जमा हुआ है। अधिक पानी होने के कारण लोग घरों में कैद हैं। ऐसे में उन लोगों के घरों के चूल्हे भी ठंडे पड़ने लगे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मदद के लिए कोई नहीं पहुंचा है। पानी इतना है कि बिना नाव के लोग कहीं जा नहीं सकते। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है, क्योंकि इस बार बादशाही पईन की सफाई नहीं हुई। जिस कारण पईन से पानी का बहाव तेजी से नहीं हो रहा।