- परीक्षा के लिए सेंटर खर्च के नाम पर दिए गये करोड़ों

- कॉलेजों ने वर्ष 2000 से नहीं दिया ब्यौरा

LUCKNOW: काम के एवज में ली गई एडवांस रकम की हेरा-फेरी के मामले में सिर्फ एलयू के शिक्षक ही नहीं बल्कि इससे संबद्घ कॉलेज भी इसमें शामिल हैं, जिन्होंने एलयू से करोड़ों रुपए ले तो लिये, लेकिन अब हिसाब-किताब नहीं दिया है। यूनिवर्सिटी में शिक्षकों का मामला खुलने के बाद वित्त विभाग अब ऐसे कॉलेज को नोटिस जारी करने जा रहा है। वर्ष 2000 में यूनिवर्सिटी से ली गई एडवांस रकम का अभी तक कोई भी ब्यौरा नहीं ि1दया गया है।

सेंटर्स के खर्च के नाम पर रकम देता है एलयू

एडवांस में ली गई रकम का समायोजन न कराने को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन शिक्षकों पर शिकंजा कस रहा है। यूनिवर्सिटी की तरफ से तकरीबन 40 शिक्षकों को नोटिस जारी की गयी है। इनमें कई ऐसे शिक्षक हैं, जो समायोजन को लेकर वित्त विभाग के चक्कर भी काट रहे हैं। इस कड़ी में ताजा मामला कॉलेजों को लेकर सामने आ रहा है। यूनिवर्सिटी के वित्त विभाग की मानें तो हर साल करोड़ों रुपये कॉलेज को सेंटर खर्च के नाम पर एडवांस में दिये जाते हैं। इसके बाद पैसे की कमी को देखते हुए कॉलेजों की मांग पर यूनिवर्सिटी की तरफ से दोबारा रकम जारी की जाती है। एडवांस में ली गयी रकम का कॉलेजों को परीक्षा बाद समायोजन देना पड़ता है, लेकिन वित्त विभाग की मानें तो वर्ष 2000 से लेकर वर्ष 2019 तक एडवांस में ली गई रकम का कॉलेज ने कोई भी विवरण नहीं दिया है। इनमें जेएनपीजी कॉलेज से लेकर महिला पीजी कॉलेज तक शामिल हैं। वित्त विभाग की सूची में ऐसे कालेजों की संख्या तकरीबन 40 से ज्यादा है। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि कॉलेजों को दी गई एडवांस रकम का विवरण तैयार कराया जा रहा है। जल्द ही कॉलेजों को नोटिस दी जाएगी।

कोट

कॉलेजों द्वारा एडवांस में दिए गए बजट का समायोजन नहीं कराया गया है। करीब तीन दर्जन से अधिक कॉलेजों ने 2000 से परीक्षा सेंटर बनाने के लिए दिए गए एडवांस का समायोजन नहीं कराया है। इन सभी कॉलेजों को नोटिस जारी कर समायोजन कराने को कहा गया है।

प्रो। एसपी सिंह, वीसी