-कई इलाकों में अब भी जलजमाव, तमाम कोशिशों के बाद भी थम नहीं रहा डेंगू का डंक

PATNA

: आफत की बारिश खत्म होने के करीब 20 दिन बाद भी पटनाइट्स की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब भी पटना के कई इलाके में लोग जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं। जलजमाव का साइड इफेक्ट लोगों के लिए नासूर बन गया है। डेंगू, चिकनगुनिया, डायरिया का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। तमाम दावों और कोशिशों के बाद भी हर दिन अस्पतालों में 100 से अधिक डेंगू के मरीज आ रहे है। कई इलाकों में पीने का साफ पानी नहीं मिल रहा है। किसी तरह लोग जुगाड़ से गुजारा कर रहे हैं। जलजमाव वाले इलाकों से पानी निकालने की व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। वहीं, हाईकोर्ट ने भी सरकारी तंत्र की लापरवाही पर एक्शन लिया है। कई इलाकों में जलजमाव की समस्या भले ही खत्म हो गई है लेकिन वहां जीवन पटरी पर नहीं आई है। राजेंद्र नगर और कंकड़बाग में सड़क, पेयजल, विद्युत और संचार व्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है। व्यवस्थाएं पूरी तरह बहाल नहीं हुई हैं। घर छोड़कर गए कई लोग अब भी यहां आने से कतरा रहे हैं।

डेंगू के 164 व चिकनगुनिया के 33 नये मरीज मिले

डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या दिनों दिन अधिक और व्यवस्था कम पड़ती जा रही है। शुक्रवार को डेंगू के 164 एवं चिकनगुनिया के 33 नये मरीज मिलने से प्रभावित इलाकों में हड़कंप मचा रहा। एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के वार्ड में भर्ती 13 डेंगू पीडि़त महिला-पुरुष का इलाज जारी है। यहां की इमरजेंसी में डेंगू लक्षण वाले दस मरीज बुरी हालत में भर्ती हैं। इनके लिए बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। कई मरीजों को फर्श पर लिटा कर इलाज किया जा रहा है।

जलनिकासी की व्यवस्था हर हाल में हो बहाल

पटना हाईकोर्ट में शुक्रवार को जलजमाव, गंदगी के ढेर, कूड़े का अंबार और डेंगू को लेकर सुनवाई हुई। इस दौरान हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को जमकर फटकार लगाई। कोर्ट ने आदेश दिया है कि युद्ध स्तर पर राजधानी के हर क्षेत्र को जलजमाव से मुक्त किया जाए। चौक-चौराहों से कूड़े को उठाया जाए। हर गली-मोहल्ले में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और फॉगिंग की व्यवस्था सरकार करे। कोर्ट यह सारी कार्रवाई का हलफनामा अगले शुक्रवार को कोर्ट में दायर करने का आदेश दिया। 25 अक्टूबर को जलजमाव को लेकर अगली सुनवाई होगी। खंडपीठ ने चेतावनी दी है कि शहर को इस हाल में पहुंचाने वाले किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

जज की बात भी कर दी अनसुनी

याचिका की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश भी अधिकारियों की कारगुजारियों के भुक्तभोगी हुए हैं। न्यायाधीश शिवाजी पांडेय ने जब आपबीती सुनाई तब कोर्ट रूम भी सन्न रह गया। सुनवाई के दौरान ही न्यायाधीश ने बताया कि आशियाना में हमारे घर के पास टूटे नाले की शिकायत करने के लिए जब नगर आयुक्त को फोन किया, तो फोन रिसीव ही नहीं किया गया। काफी मशक्कत के बाद फोन उठाया गया तब शिकायत तो सुनी गई, पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

यहां झेल रहे जलजमाव का दंश

-राजीव नगर

-संपतचक

- फुलवारी

- मित्रमंडल कॉलोनी

- बेऊर

- महावीर कॉलोनी

- हसनपुरा

-जक्कनपुर

- भीखाचक

- प्रियदर्शी नगर वार्ड-53

-राजेन्द्र नगर रोड नंबर 3

- राजेन्द्र नगर रोड नंबर 1

-डॉक्टर्स कॉलोनी

-पटेल कॉलोनी

-महारानी कॉलोनी

-शिवाजी कॉलोनी

-लक्ष्मी नगर

-सहारा कॉलोनी