300 से अधिक संपत्तियों के मालिकों को भेजा सत्यापन नोटिस

27 हजार से अधिक संपत्तियों की हुई फीडिंग

फीडिंग के नाम पर बेनामी संपत्ति की तलाश में जुटा आवास विकास

नामी और बेनामी संपत्तियों की जानकारी हो रही ऑनलाइन फीड

Meerut. संपत्तियों की पत्रावलियों को ऑनलाइन करने की कवायद में जुटे आवास-विकास के लिए हजारों की संख्या में गुम हुए आवासों का रिकार्ड तलाशना एक मुसीबत बन गया है. विभागीय लापरवाही के चलते कई साल पुरानी फाइलों के ढेर में हर साल सैकड़ों फाइलें गायब हो जाती है, लेकिन इन फाइलों की ना तो जानकारी विभाग के अधिकारियों के पास है और ना अधिकारी कभी जानने की कोशिश करते हैं. ऐसे में आवास विकास अब ऑनलाइन फीडिंग के लिए बेनामी संपत्तियों के वारिसों को तलाशने में जुट गया है.

संपत्तियों की हुई फीडिंग

गत तीन माह से आवास विकास द्वारा अपने दायरे में आने वाली सभी नामी और बेनामी संपत्तियों की जानकारी को ऑनलाइन फीड किया जा रहा है. इससे प्रक्रिया से पहले विभाग के कार्यालय में ही सभी संपत्तियों का रिकार्ड फाइलों में रखा जाता है. ऐसे में ऑनलाइन फीडिंग के सभी खंडवार फाइलों को ऑनलाइन फीड कर संपत्ति के मालिक का डाटा सर्वर पर डाले जाने की प्रक्रिया की जा रही है, ताकि भविष्य में किसी भी संपत्ति की जानकारी के लिए खरीदाता या विक्रेता को विभाग के चक्कर ना काटने पड़े. इस क्रम में मई माह तक करीब 27 हजार संपत्तियों का डाटा फीड किया जा चुका है.

बेनामी संपत्तियों के मालिकों की तलाश

इस प्रक्रिया के माध्यम से आवास विकास के दायरे में कई सालों से लावारिस पड़ी बेनामी संपत्तियों के असली मालिकों की भी तलाश की जा रही है. लेकिन तलाश में आवास विकास कार्यलय से गायब हजारों आवासों की संपत्ति बाधा बन रही है. संपत्तियों की फाइलें ना होने के कारण आवास विकास असली मालिकों तक नही पहुंच पा रहा और ना ही संपत्तियों को बेनामी साबित कर पा रहा है. ऐसे में करीब 300 से अधिक संपत्तियों के मालिकों को सत्यापन के लिए नोटिस जारी किया गया है.

जो संपत्ति बेनामी हैं उनके मालिकों को तलाश किया जा रहा है यदि असली मालिक नही हैं तो संपत्तियों की नीलामी की जाएगी.

नरेश बाबू, संपत्ति अधिकारी